उज्जैन

अब खान की गंदगी पर मौन नहीं रहेगी क्षिप्रा नदी, बताएगी पूरी हकीकत, जानिए कैसे

विभिन्न स्थानोंपर लगेंगे वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम, पता चल सकेगी पानी की गुणवत्ता, स्क्रीन पर भी देख सकेंगे पानी की स्थिति

उज्जैनFeb 15, 2022 / 10:25 pm

aashish saxena

विभिन्न स्थानोंपर लगेंगे वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम, पता चल सकेगी पानी की गुणवत्ता, स्क्रीन पर भी देख सकेंगे पानी की स्थिति

उज्जैन. क्षिप्रा शुद्धिकरण के लिए अब इसके पानी की गुणवत्ता पर सतत नजर रखी जाएगी। इसके लिए क्षिप्रा नदी में विभिन्न स्थानों पर वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। इनके जरिए नदी के पानी की वर्तमान गुणवत्ता का पता लगाया जा सकेगा वहीं प्रदूषण बढऩे की स्थिति में रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे।

करीब सौ करोड़ रुपए की खान डायवर्शन योजना के बाद भी क्षिप्रा नदी खान नाले के गंदे पानी से प्रदूषित हो रही है। खान को क्षिप्रा में मिलने से रोकने क लिए त्रिवेणी पर अस्थायी बांध बनाया जाता है लेकिन यह इंतजाम भी नाकाफी है। मोक्षदायिनी क्षिप्रा में प्रदूषण से आमजन के साथ ही संत समाज भी नाराज है। एेसे में शासन-प्रशासन इस समस्या का स्थायी हल तलाश रहा है। इसी के अंतर्गत मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रीयल टाइम वॉटर क्वालिटी मॉनिटर सिस्टम स्थापित कर रहा है। इसके बाद नदी में प्रदूषण बढ़ता है तो तत्काल विभाग को इसकी जानकारी मिल जाएगी और वे इसके आधार पर नियंत्रण की कार्रवाई शुरू कर सकेंगे। योजना को शासन से मंजुरी मिल चुकी है और कुछ महीनों में यह मॉनिटरिंग प्लांट स्थापित होने की उम्मीद है।

विभिन्न स्थानों पर लगेगा सिस्टम

पहला रीयल टाइम मानिटर सिस्टम इंदौर के एचटीपी डाउन स्ट्रीम में निरंजनपुर में स्थापित किया जाएगा। यहां पता लगाया जा सकेगा कि खान का जो पानी छोड़ा गया है वह ठीक से ट्रीट हुआ या नहीं। शेष प्लांट राघोपीपलिया, त्रिवेणी घाट व लालपुर पर लगाए जाएंगे। इससे क्षिप्रा के पानी की स्थिति पता चलेगी वहीं यदि खान का पानी मिलने से नदी नदी का जल प्रदूषित हो रहा है तो इसका भी पता चल सकेगा।

स्क्रीन पर नजर आएगी पानी की स्थिति

नदी पर जहां प्लांट लगाए जाएंगे, उसके नजदीक ही स्क्रीन भी लगाई जाएगी। यह सक्रीन प्लांट से जुड़ी होगी। स्क्रीन पर पानी की क्वालिटी को लेकर विभिन्न मानक प्रदर्शित होंगे। एेसे में रीयल टाइम नदी के पानी का तापमान, पीएस, बीओडी, सीओडी, डिजोल्व ऑक्सीजन, सीएसए, टीएसएस आदि की जानकारी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो सकेगी।

सिंहस्थ में हो चुका है उपयोग

सिंहस्थ २०१६ में क्षिप्रा के पानी की शुद्धता को खासा महत्व दिया गया था। इसके लिए नदी में ऑक्सीजन प्लांट के साथ ही विभिन्न घाटों पर वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम लगाए गए थे। इनके जरिए नदी के पानी की गुणवत्ता पर सतत निगरानी रखी जा सकी थी। सिंहस्थ में इस प्लांट का काफी फायदा मिला था और यह प्रयोग सफल रहा था।

इनका कहना

उज्जैन अंतर्गत क्षिप्रा में राघोपीपलिया, त्रिवेणी व लालपुर पर वॉटर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। शासन से योजना को मंजुरी मिल चुकी है। जल्द ही कार्य शुरू किया जाएगा। मॉटिरिंग स्टेशन से रीयल टाइम नदी के पानी की क्वालिटी पता की जा सकेगी।
– हेमंतकुमार तिवारी, क्षेत्रिय अधिकारी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

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