उज्जैन। अपने आप में अद्वितीय बन रहे श्री महाकालेश्वर मंदिर के नए कॉरिडोर का कार्य अंतिम चरण में हैं। मौके पर दिन-रात निर्माण जारी है लेकिन पूर्णता का शिखर का अभी थोड़ा दूर है। लक्ष्य 20 मई का था लेकिन दो दिन में सौ फीसदी पूर्ति संभव नहीं होगी। ऐसे में इस महीने के अंत तक भी कार्य पूर्ण होता है तो सफाई और छुट-मुट कमियां दूर करने के लिए जरूरी समय मिल पाएगा।
जून मध्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाकाल कॉरिडोर व कुछ अन्य विकास कार्यों का लोकार्पण प्रस्तावित है। आयोजन को लेकर जोरशोर से तैयारी चल रही है। जल्द से जल्द महाकाल कॉरिडोर का कार्य पूरा करने के लिए जद्दोजहद हो रही है। प्रयास 20 मई तक कार्य पूरा करने का था लेकिन मौके की वर्तमान स्थिति से फिलहाल ऐसा होता मुश्किल लग रहा है। निर्माण कार्य लगभग समाप्ति की ओर है बावजूद जो शेष है, उसे पूरा करने में थोड़ा और समय लगेगा।
अभी यह कार्य बाकी
कॉरिडोर में बन रहे फेसिलिटी सेंटर का निर्माण् करीब 10 प्रतिशत शेष है। यहां बाहरी कुछ बाहरी निर्माण के साथ फिनिशिंग कार्य चल रहा है। अंदर रेलिंग व रेंप का कार्य प्रचलित है। रिलिंग, लाइटिंग आदि कार्य भी चल रहे हैं।
फेसिलिटी सेंटर के नजदीक कमर्शिलय कॉम्प्लेक्स बनाया है। इसमें फूल प्रसादी व अन्य दुकानें लगेंगी। दुकानों का निर्माण पूरा हो चुका है। लाइटिंग व कुछ फिनिशिंग कार्य प्रचलित है।
कॉरिडोर में दीवारों पर लगाई गई प्रतिमाओं में से कुछ का फिनिशिंग, रूद्र सागर के नजदीक बने बैठक स्थल आदि का फिनिशिंग कार्य प्रचलित है। पौधारोपण भी जारी है। कॉरिडोर के प्रवेश द्वार का निर्माण आखिरी चरण में है। त्रिवेणी संग्रहालय के सामने सरफेज पार्किंग का मुख्य द्वार निर्माणाधीन है। त्रिवेणी संग्रहालय के सामने सडक़ का पिर्माण प्रचलित है।