देश के 75 चयनित रेलवे स्टेशनों में रतलाम रेल मंडल के तीन स्टेशन भी हैं, जिन्हें एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं से युक्त किया जाएगा। जिन स्टेशनों को एयरपोर्ट जैसा संवारा जाएगा उनमें उज्जैन भी शामिल है। उज्जैन रेलवे स्टेशन को महाकाल थीम पर नया रूप दिया जाएगा।
सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन रेलवे स्टेशन को बड़ा व सर्वसुविधायुक्त रूप दिया जाना है। इसके लिए लखनऊ की एरीनेम कंसलटेंसी को प्रोजेक्ट तैयार करने का ठेका दिया गया है। रिनोवशन की लागत लगभग 600 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इसके लिए टेंडर से पहले पाइंट देखने पश्चिम रेलवे के जीएम अशोक कुमार मिश्र उज्जैन पहुंचे। उज्जैन में उन्होंने मौका मुआयना किया। इस मौके पर उन्होंने वंदे भारत के उज्जैन स्टापेज के लिए कहा कि डिमांड मिलती है तो इस पर विचार करेंगे। जीएम मिश्र के साथ रतलाम रेल मंडल के जीआरएम रजनीश कुमार, स्टेशन प्रबंधक मुकेश कुमार जैन व कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि प्रोजेक्ट तैयार करने वाली कंपनी ने काशी रेलवे स्टेशन को विश्वनाथ मंदिर थीम पर तैयार करने का खाका तैयार किया था। इसलिए उसे उज्जैन रेलवे स्टेशन को महाकाल थीम पर तैयार करने का प्रोजेक्ट का काम सौंपा गया है।
महाकाल थीम पर एयरपोर्ट जैसा संवरेगा उज्जैन रेलवे स्टेशन
यहां अराइवल व डिपार्चर प्लेटफार्म को अलग-अलग रखा जाएगा।
प्लेटफॉर्म के ऊपर बड़े यात्री प्रतिक्षालय होंगे, जिससे प्लेटफार्म पर यात्रियों की ज्यादा भीड़ से भगदड़ न मचे।
स्टेशन पर स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने वाले काउंटर के साथ फूडकोर्ट भी निर्मित किए जाएंगे।
600 करोड़ की लागत से होगा रिनोवेशन