त्रिवेणी घाट के नजदीक कान्ह पर बना ब्रिज कभी भी खतरनाक साबित हो सकता है। ब्रिज के दोनों ओर लगी रैलिंग जगह-जगह से टूट रही है। इससे ब्रिज के किनारों पर सहारा खत्म हो गया है। आने-जाने वालों के लिए ऐसे में बड़ा खतरा उत्पन्न हो गया है।
शनि मंदिर और रूद्राय होटल के बीच का मार्ग कान्ह नदी के ऊपर से होते हुए गुजर रहा है। नदी पर ब्रिज बना हुआ है जिस पर से रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। वहीं ग्रामीण और बच्चे भी आना-जाना करते हैं। सुरक्षा के लिए ब्रिज के दोनों ओर लोहे के पाइप की रैलिंग लगाई गई थी। अभी ब्रिज के एक ओर की रैलिंग से अधिकांश पाइप गायब हैं वहीं दूसरी ओर भी रैलिंग क्षतिग्रस्त होने लगी है। रैलिंग टूटने से अब यहां कभी भी बड़ा हादसा होने का खतरा बढ़ गया है।
मिट्टी का पुल भी ढहा
कान्ह के गंदे पानी को शिप्रा नदी में मिलने से रोकने के लिए त्रिवेणी में मिट्टी से कच्चा बांध बनाया जाता है। बारिश में इस बांध का बड़ा भाग बह गया है। अक्सर यह बांध शनि मंदिर वाले भाग से टूटता था लेकिन इस बार विपरीत दिशा की ओर से अधिक टूटा है।