ट्रिपल मर्डर से फैली सनसनी
उज्जैन पुलिस को सोमवार की रात उज्जैन से करीब 28 किमी. दूर बुरावदा गांव के पास झाड़ियों में दो लोगों की लाश मिली थी। जिनकी पहचान उज्जैन के हरीनगर में रहने वाले राजेश नागर उम्र 45 साल और उनके बेटे पार्थ उम्र 21 साल के तौर पर हुई थी। पिता और बेटे की लाश की शिनाख्त होने के बाद जब पुलिस मंगलवार की सुबह हरीनगर स्थित उनके मकान पर पहुंची तो देखा कि ताला लगा हुआ है। आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि घर में 75 साल की सरोज नागर के साथ उनका बेटा राजेश नागर व पोता पार्थ रहता है। लेकिन पांच दिनों से घर के किसी भी सदस्य को नहीं देखा गया है। इस आधार पर पुलिस ने एफएसएल टीम को बुलाया और घर का ताला तोड़कर अंदर पहुंची। घर से बदबू आ रही थी इसी दौरान घर की तलाशी में पुलिस को एक पलंग पेटी में बुजुर्ग सरोज नागर की हाथ-पैर बंधी लाश मिली। बताया जा रहा है कि लाश करीब पांच दिन पुरानी है।
ट्रॉली बैग में भरकर लाए लाश और खेत में लाकर लगा दी आग
ब्याज पर लोगों को पैसे देता था परिवार
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरु की। शुरुआती जांच में पता चला है कि नागर परिवार का पड़ोसियों से ज्यादा बोलचाल नहीं था और परिवार लोगों को ब्याज पर पैसे भी देता था। घर का सामान बिखरा हुआ मिला है लेकिन पैसे चोरी नहीं हुए हैं जिससे पुलिस को अंदेशा है कि लूट के इरादे से वारदात को अंजाम नहीं दिया गया है बल्कि वारदात की वजह कुछ और ही है।