नौकरी सरकार की, काम अपना, अब कटेगा वेतन
निरीक्षण में चार डॉक्टर ड्यूटी से नदारद
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उज्जैन. चरक अस्पताल में दो दिन तक बगैर सूचना ड्यूटी से नदारद दो डॉक्टर को सिविल सर्जन ने नोटिस जारी किया है। दो डॉक्टर पर वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी।
सिविल सर्जन डॉ. राजू निदारिया ने बताया चरक अस्पताल में पदस्थ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.एमडी शर्मा, पीजीएमओ डॉ.योगेश शाक्य, डॉ.अंबुज अग्रवाल और डॉ. अनीता अग्रवाल मंगलवार को शाम को ड्यूटी के दौरान नदारद थे। चरक अस्पताल में शाम को निरीक्षण के दौरान ड्यूटी से अनुपस्थित चारों डॉक्टर को शोकॉज नोटिस जारी किया गया था तथा शाम के समय संचालित ओपीडी में ड्यूटी पर मौजूद रहने की हिदायत दी गई थी। बावजूद बुधवार को डॉ.योगेश शाक्य और अंबुज अग्रवाल शाम की ड्यूटी की ओपीडी में नहीं पहुंचे। जिसके चलते मरीजों को परेशान होना पड़ा। जिसके चलते डॉ.शाक्य और डॉ.अग्रवाल की दो दिन के वेतन कटौती के निर्देश जारी किए गए हैं। शाम को ५ से ६ में संचालित ओपीडी में सभी चिकित्सकों को अनिवार्य रूप से ड्यूटी पर आने के निर्देश हैं, लेकिन अधिकांश डॉक्टर शाम की ओपीडी में नहीं पहुंचते। जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब चरक और जिला अस्पताल का शाम के समय नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा और अनुपस्थित चिकित्सकों और कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
शासन से वेतन, सेवा क्लिनिक पर
गौरतलब है कि जिला और चरक अस्पताल के अधिकांश चिकित्सक शाम की ओपीडी में नहीं पहुंचते। शासन ने मोटा वेतन लेने के बावजूद ये निजी क्लिनिक और निजी अस्पतालों में सेवाएं देते हैं। सुबह के समय ८ से १ बजे तक संचालित ओपीडी में अधिकांश चिकित्सक ९ बजे के बाद पहुंचते हैं और १२ बजे तक निकल जाते हैं, इसके पहले और बाद में ये निजी प्रैक्टिस करते हैं।
मरीजों को करते हैं भ्रमित
जिला अस्पताल के एक वरिष्ठ चिकित्सक ने तो वार्डाें में भर्ती मरीजों को भ्रमित करने का दारोमदार उठा रखा है। ये अस्पताल केवल मरीजों को सांवेर रोड स्थित निजी क्लिनिक तक लाने के लिए आते हैं। इनके खिलाफ सीएम हेल्पलाइन और अस्पताल प्रशासन मंे १०० से अधिक शिकायते हो चुकी है। बावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इन पर कार्रवाई करने से बचता है।
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