उज्जैन

mahakal lok: 77 दिन की ‘गुप्त साधना’ के बाद महाकाल लोक में पहुंचे सप्तऋषि

आंधी के कारण सप्तऋषियों की प्रतिमा से विहिन हुए श्री महाकाल लोक फिर नई प्रतिमाओं से सुसज्जित हो गया है।

उज्जैनAug 17, 2023 / 02:03 pm

Manish Gite

आंधी के कारण सप्तऋषियों की प्रतिमा से विहिन हुए श्री महाकाल लोक फिर नई प्रतिमाओं से सुसज्जित हो गया है। आंधी के 77 दिन बाद सप्तऋषि की नई प्रतिमाएं उनके स्थान पर विराजित कर दी गई हैं। लोकार्पण नहीं होने के चलते अभी इन्हें कपड़े से ढंक रखा है।

श्री महाकाल लोक में स्थापित सप्त ऋषियों की प्रतिमाएं 28 मई को आंधी के कारण पेडस्टैंड से उखड़कर गिर गई थीं। इससे 6 प्रतिमाएं क्षतिग्रस्त हो गई थीं। घटना से निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने के साथ ही बड़े भ्रष्टाचार के भी आरोप लगे थे। एक दिन बाद ही प्रतिमाओं को महाकाल लोक से और फिर शहर से ही बाहर निकाल दिया था। पहले खंडित प्रतिमाओं को ही सुधारने की योजना थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने नई प्रतिमाएं स्थापित करने के निर्देश दिए थे। ठेकेदार के खर्च पर मुंबई में नई प्रतिमाओं का निर्माण हुआ।

14 अगस्त की देर रात सभी प्रतिमांए मुंबई से महाकाल लोक पहुंचाई गई। प्रतिमाओं को उनके पेडस्टैंड पर स्थापित कर फिक्स करने का कार्य किया जा रहा है। कुछ दिन में इनका गरीमामयी आयोजन में लोर्कापण करने की योजना है। लोकार्पण में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के आने की भी अटकलें हैं लेकिन अभी उनका अधिकृत कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।

 

लोकायुक्त की टीम ने की थी जांच

प्रतिमाओं के इस तरह क्षतिग्रस्त होने से प्रदेश की राजनीतिक गरमा गई थी। कांग्रेस ने श्री महाकाल लोक निर्माण में बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए अपनी तकनीकी टीम से परीक्षण करवाया। इधर लोकायुक्त ने पूरे मामले को संज्ञान में लेकर जांच बिठाई। लोकायुक्त की टीम ने उज्जैन पहुंच महाकाल लोक की सभी प्रतिमाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। हालांकि अभी तक इसकी रिपोर्ट सामने नहीं आई है।

 

अब मजबूती के लिए प्रतिमाओं में आर्मेचर लगाए

तेज हवा से एफआरपी की प्रतिमाएं उखडऩे और क्षतिग्रस्त होने के पीछे बड़ा कारण, इनका मजबूती से स्थापित नहीं किया जाना सामने आया था। नई प्रतिमाओं के अंदर आर्मेचर लगाए गए हैं। प्रतिमाओं में लोहे के सरिये लगाते हुए इन्हें पेडस्टैंड पर मजबूती से फिक्स किया जा रहा है। साथ ही स्टैंड भी मजबूत बनाने का दावा है ताकि दोबारा ऐसी घटना न हो।

 

श्रद्धालुओं को अभी प्रतिमाओं से दूर रखा

श्री महाकाल लोक में सप्तऋषियों की प्रतिमाएं फिक्स करने के साथ ही कुछ अन्य प्रतिमाओं का संधारण कार्य भी चल रहा है। इसके चलते महाकाल लोक में रुद्रसागर के लगे उस क्षेत्र में (कॉरिडोर) श्रद्धालुओं के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है जहां विभिन्न प्रतिमाएं स्थापित हैं। वर्तमान में महाकाल लोक में सिर्फ आने-जाने के लिए एक साइड का पाथ-वे ही खुला है।

 

कुछ दिनों में लोकार्पण किया जाएगा

सप्तऋषियों की नवनिर्मित प्रतिमाएं पुन: स्थापित कर दी गई हैं। कुछ दिनों में इनका लोकार्पण किया जाएगा।

-कुमार पुरुषोत्तम, कलेक्टर

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