उज्जैन

यह है योगेश्वर कृष्ण की शिक्षा स्थली, योग में विश्व पटल पर अमिट छाप

योगेश्वर कृष्ण की शिक्षा स्थली एवं योगी राज yoga tourism city: मत्स्येंद्रनाथ जी के समाधि स्थल के रूप में उज्जैन का योग से पुराना नाता है । भारत सरकार योग को सतत् बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है ।

उज्जैनJun 21, 2024 / 08:39 am

Manish Gite

International Day of Yoga: आदि योगी महाकाल की नगरी और देश दुनिया में अपनी अमिट छाप देने वाला उज्जैन आज तेजी से योग के क्षेत्र में भी उभर रहा है । योगेश्वर कृष्ण की शिक्षा स्थली एवं योगी राज मत्स्येंद्रनाथ जी के समाधि स्थल के रूप में उज्जैन का योग से पुराना नाता है। भारत सरकार योग को सतत् बढ़ावा देने की दिशा में कार्य कर रही है।
फरवरी 2023 में भारत सरकार द्वारा खेलो इंडिया गेम्स अंतर्गत योगासन प्रतियोगिता का आयोजन उज्जैन में ही किया गया था। उस समय प्रदेश के अलग-अलग स्थानों को देखा गया था लेकिन महाकाल लोक और महाकाल मंदिर के आकर्षण के कारण सरकार ने उज्जैन का चयन किया था ।

योग प्रतिभाओं को बढ़ावा दे रही सरकार

आयुष मंत्रालय भारत सरकार ने भी योग महोत्सव अंतर्गत हाल ही में 100 शहर 100 योग कार्यक्रम में भी उज्जैन का चयन किया गया था। भारत सरकार शहर की योग प्रतिभाओं को लगातार बढ़ावा देती हैं। उज्जैन के योग गुरु डॉ. मिलिन्द्र त्रिपाठी खेल एवं युवक कल्याण मंत्रालय द्वारा अधिकृत राष्ट्रीय निणार्यक में शामिल किए जाते हैं । उन्होंने अनेक पुस्तक एवं शोध पत्र लिखे हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं नियमित योग साधना करते हैं ।

विश्व पटल पर ​शहर के खिलाडि़यों का दबदबा

प्रदेश में राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता में उज्जैन का परचम सतत 2 वर्ष से लहरा रहा है। उज्जैन के योग गुरु डॉ. मिलिन्द्र त्रिपाठी राष्ट्रीय स्पर्धाओं में सीनियर योग टीम के कोच हैं। उन्हीं के मार्गदर्शन में उज्जैन के अनेक खिलाड़ी शुभम शर्मा, गर्वित दुबे, परिणीता शर्मा ,कान्हा बड़ोले, अभिषेक श्रीवास, नर्मदा धाकड़, डॉ.रुबीना बी, उमा अटोलिया , वृत्तिका जोशी, केशवी पुरोहित, अनुभव तिवारी, विराट निकम, ताबिश खान आदि ने राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर उज्जैन के नाम को गौरवान्वित किया है ।

योग ने भी खोल दिए रोजगार के द्वार

योग से उज्जैन के युवाओं को रोजगार भी मिला है । उज्जैन के ही निवासी योग गुरु राधेश्याम मिश्रा द्वारा ब्राजील में योग आश्रम की स्थापना की गई । उज्जैन योग इंस्टीट्यूट के संस्थापक योग गुरु डॉ.मिलिन्द्र त्रिपाठी द्वारा ऑनलाइन माध्यम से अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आयरलैंड के नागरिकों को योग सिखाया जा रहा है । वही शहर के लगभग 50 से ज्यादा योगाचार्य भी बड़े पैमाने पर ऑनलाइन योग क्लास द्वारा विदेशों में उज्जैन के नाम को गौरवान्वित किया जा रहा है ।

उज्जैन में योग पर्यटन की अपार संभावनाएं

महाकाल लोक के बाद तेजी से उज्जैन में आने वाले नागरिकों का ग्राफ बढ़ा है । धार्मिक यात्रा पर आने वाले अनेक नागरिक 7 दिन तक उज्जैन में रुकते हैं। योग गुरु डॉ. मिलिन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि यह नागरिक धार्मिक होने के साथ साथ आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए भी लालायित रहते हैं। इसी का परिणाम है कि यहां रहकर योग सीखते हैं । यदि सरकार बड़े योग केंद्र का निर्माण कर वहां सर्व सुविधा दे तो योग पर्यटन के रूप में अनेक नागरिकों को रोजगार प्राप्त हो सकता है ।

प्रतिवर्ष 300 छात्र योग में कर रहे पीजी

उज्जैन में प्रतिवर्ष 300 योग प्रेमी विधार्थी मास्टर डिग्री पूर्ण कर रहे हैं। ऐसे में वर्तमान में उज्जैन में 3000 से ज्यादा योग शिक्षक है । उज्जैन के योगगुरु डॉ. मालाकार जी 87 वर्ष की उम्र में उज्जैन में 10 जगह निशुल्क योग शालाओं का संचालन करते है । योग गुरु डॉ. शरद नागर योग के आध्यात्मिक पक्ष पर लम्बे समय से शोध परक कार्य कर रहे हैं । योगगुरु राजेश्वर परमार 35 सालों से योग शिक्षा प्रदान कर रहे । वे शहर के विभिन्न पार्कों में निशुल्क योग शिक्षा प्रदान कर रहे है ।

देश का पहला योग से तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा कोर्स

विक्रम विश्वविद्यालय देश का पहला विवि है जिसने इसी वर्ष से योग द्वारा तनाव प्रबंधन में डिप्लोमा कोर्स शुरू किया है। साथ ही एडवांस योग सर्टिफिकेट कोर्स शुरू कर अनेक खिलाड़ियों को तैयार करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है ।

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