आपको बता दें कि, दिल दहला देने वाली ये घटना बीती रात फाजलपुरा में कन्हैया परिसर के सामने रात करीब 9 बजे की है। घचना की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां से रात को ही उसे इंदौर रेफर कर दिया गया था। लेकिन, रविवार की सुबह इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि, आग लगने से युवक 90 फीसदी तक झुलस गया था।
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आग लगने का कारण अबतक अज्ञात
मृतक का नाम उज्जैन के गांधीनगर इलाके में रहने वाला आसिफ पेंटर बताया जा रहा है। हालांकि, अबतक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि, युवक ने सड़क पर चलते हुए खुद को आग लगाई है या किसी और ने उसपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर हमला किया है।
रिश्वतखोरी से तो नहीं हत्या का कनेक्शन ?
फिलहाल, शुरुआती जांच में पता चला है कि, आसिफ पेंटर चिमनगंज मंडी थाने के पुलिसकर्मियों के साथ बहुत समय से जुड़ा हुआ था। वह हर तरह का काम करता था। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को चिमनगंज थाने के आरक्षक रवि चौहान को लोकायुक्त ने 25 हजार रुपए की रिश्वत लेते थाने से ही गिरफ्तार किया था। लोकायुक्त ने इस रिश्वत मामले में 25 हजार रुपए जब्त नहीं किए थे, क्योंकि रिश्वत के रुपए थाने के आरक्षक रवि कुशवाह ने आगजनी में घायल आसिफ पेंटर को देकर भगा दिया था। रवि कुशवाह के हाथ नोट से रंग गए थे, इस आधार पर लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर लिया था।
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जांच के आधार पर होगी कार्रवाई
रिश्वतकांड मामले में तीन अन्य पुलिसकर्मियों के भी नाम सामने आए थे। लोकायुक्त ने ये बात कही थी। सूत्रों की माने तो लोकायुक्त ने आसिफ से पूछताछ भी कर ली थी, लेकिन 25 हजार रुपए बरामद नहीं कर पाई थी। इस बीच आसिफ को बीच बाजार जलता पाया गया या किसी अज्ञात ने उसकी जलाकर हत्या कर दी। बीच सड़क पर स्वयं आसिफ भी चिल्ला रहा था कि, उसे पुलिस वाले ने जला दिया। आसिफ के यही बयान को मौत से पहले का बयान कहा जा सकता है। मामला आगे चलकर बेहद गंभीर हो सकता है। हालांकि, मामले की जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।