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शिवरात्रि पर एेसा नजर आएगा क्षिप्रा का आंचल जैसा पहले कभी नहीं दिखा, जानिए क्या है खास

दीपोत्सव में सात दिन शेष, अब टीम तैयार कर जिम्मेदारी बांटने पर फोकस, अब तक 12 हजार में से 8 हजार वालेंटीयर की लीस्ट तैयार

उज्जैनFeb 21, 2022 / 09:38 pm

aashish saxena

दीपोत्सव में सात दिन शेष, अब टीम तैयार कर जिम्मेदारी बांटने पर फोकस, अब तक 12 हजार में से 8 हजार वालेंटीयर की लीस्ट तैयार

उज्जैन. महाशिवरात्रि पर इतिहास रचने का समय नजदीक आ रहा है। दीपोत्सव में महज सात दिन शेष हैं और अभी भी कुछ तैयारियां पूरी करना बाकी है। सामग्री जुटाने के साथ ही बड़ा कार्य वालेंटीयर की टीम निर्धारित कर जिम्मेदारियां बांटने का है। अच्छी बात यह है कि कार्यक्रम स्थल को तैयार करने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। सुनियोजित आयोजना के लिए तीन-चार दिन में शेष तैयारियां भी पूरी करने की जरूरत होगी।

इस वर्ष महाशिवरात्रि पर्व दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। १ मार्च को शहर २१ लाख दीपों से जगमगाएगा। इनमें से १२ लाख दीपक क्षिप्रा के विभिन्न घाटों पर लगाए जाएंगे। एेसा आयोजन अब तक क्षिप्रा के घाटों पर इससे पहले कभी नहीं हुआ है। कार्यक्रम स्थल को तैयार करने से लेकर साधन-संसाधन जुटाना और एक समय में १२ लाख दीपों को प्रज्वलित करना आयासान नहीं होगा लेकिन की जा रही तैयारियों से सफल आयोजन की पूरी उम्मीद है। आयोजन को लेकर वर्तमामन में ५० फीसदी से ज्यादा तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। प्रयास है कि २५-२६ फरवरी तक सभी पूर्व तैयारियां शतप्रतिशत पूरी हो जाएं।

घाटों के नजदीक बना रहे स्टोर रूम

घाटों पर १२ लाख दीपक लगाने के लिए इतनी ही संख्या में दीपक-सलाई व इनमें लगने वाले तेल, जलाने के लिए मोमबत्ती आदि की आवश्यकता होगी। सामग्री की सप्लाई शुरू हो रही है। नगर निगम इन सामग्रियों को घाटों के आसपास ही रखने के लिए सुरक्षित स्टोर रूम की व्यवस्था कर रहा है। कुछ स्थानों पर स्टोर रूम तैयार कर सामग्रियों को बांट इनमें रखा जाएगा ताकि कार्यक्रम के दिन आसानी से इन्हें घाटों तक पहुंचाया जा सके।

अभी तक क्या हुआ, क्या शेष

घाट-
घाटों के अधिकांश भाग की सफाई हो चुकी है। घाटों पर सेक्टर, सब सेक्टर व ब्लॉक बनाने का कार्य ८० फीसदी तक हो गया है। मंगलवार या अधिकतम बुधवार तक घाट पूरी तरह तैयार करने का प्रयास है।

दीपक-तेल-

१२ लाख दीपक व इनमें लगने वाले तेल आदि के लिए टेंडर कर खरीदी की जा रही है। सोमवार से दीपों की सप्लाई शुरू हो गई है। तेल आदि की सप्लाई का कार्य प्रचलित है। दीपक जलाने एक संस्था द्वारा मोमबत्ती दान की जा रही है। मसलन उक्त सभी सामग्रियों को प्राप्त करने का कार्य फिलहाल प्रारंभिक स्थिति में ही है।

वालेंटीयर-

आयोजन के लिए टीम लीडर सहत करीब १२ हजार वॉलेंटीयर सेवा देंगे। अभी तक प्रशासन को ८ हजार वॉलेंटीयर के नाम मिले हैं। शेष वॉलेंटीयर चिन्हित करना होंगे। सभी के आइडी बनाने, सेक्टर व ब्लॉक आवंटन करने जैसा महत्वपूर्ण प्रबंधकीय कार्य शेष है।

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