लंबी-लंबी कतारों में खड़े भक्त आपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यहां आने वाले भक्तों का कहना है कि उन्हें दर्शन करने में कोई परेशानी नहीं हो रही। यहां सुविधाओं से वे खुश हैं। भक्तों ने यह भी बताया कि उन्हें दर्शन करने में 15-20 मिनट का समय लगा है। बता दें कि महाकाल मंदिर में सावन के इस महीने में भस्म आरती के समय और दर्शन में बदलाव किया गया है।
शाम 4 बजे मनमहेश के रूप में निकलेगी महाकाल की सवारी
पहले सोमवार पर उज्जैन में बाबा महाकाल की पहली सवारी (Mahakal Sawari) शाम 4 बजे से शुरू होगी। मंदिर के मेन गेट पर सशस्त्र बल पालकी में विराजमान भगवान श्रीमनमहेश को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे। बाबा लाव-लश्कर के साथ मनमहेश स्वरूप में नगर भ्रमण पर निकलेंगे।