इनमें भस्म आरती दर्शन से लेकर चलित भस्म आरती दर्शन, महाकालेश्वर दर्शन के लिए एंट्री और एक्जिट करने और पार्किंग की व्यवस्था भी शामिल है। वहीं कांवड़ियों के दर्शन और जल चढ़ाने को लेकर भी महाकाल मंदिर समिति ने गाइड लाइन जारी की है।
बिना सूचना के आने वाले कांवड़ियों को लगना होगा लाइन में
सावन की रिमझिम फुहारों में हजारों किलो मीटर की पैदल यात्रा करके भोले बाबा का गुणगान और जयकारे लगाते हुए कावड़ यात्रियों के जत्थे उज्जैन महाकाल मंदिर आने शुरू होंगे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने कावड़ यात्रियों के दर्शन और जल अर्पण की व्यवस्था और दिन तक तय कर दिए गए हैं। बिन किसी पूर्व सूचना के आने वाले कांवड़ यात्रियों को सामान्य दर्शनार्थियों की कतार में लगकर दर्शन और जल अर्पण करना होगा। संबंधित खबरें- पहले दिन उपवास पर रहेंगे महाकाल, सावन में बदली रहेगी भस्म आरती और दर्शन की व्यवस्था
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