Sawan 2021 महाकाल मंदिर के पट खुलने का समय बदला, दर्शन के लिए करना होगा यह काम सबसे पहले बाबा महाकाल का नियमानुसार जलाभिषेक किया गया। उसके बाद पंचामृत अभिषेक किया. अभिषेक के बाद महाकाल का भांग से श्रृंगार किया और इसी के साथ भस्म आरती प्रारंभ कर दी गई। सावन के पहले सोमवार की यह विशेष आरती करीब 1 घण्टे तक चली। भस्म आरती के बाद महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया। चंदन, फल व वस्त्र से उन्हें सजाया गया। कोरोना काल के कारण भक्तों को भस्म आरती में प्रवेश नहीं दिया गया।
Sawan Mass कोरोनाकाल में ऐसे कर सकेंगे महाकाल के दर्शन, सवारी के लिए मार्ग तय भस्म आरती के साथ ही शयन आरती में भी भक्तों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। सावन के पूरे माह यह व्यवस्था लागू रहेगी। सोमवार को सुबह आए भक्त गर्भगृह में प्रवेश नहीं कर सके लेकिन नंदी हॉल के गेट पर लगे बैरिकेट से पूजा करते रहे। आरती के समय प्रतिबंध के कारण गणेश मंडप, नंदी हॉल, कार्तिक हॉल खाली दिखाई दिए। सुबह गेट नंबर 4 के प्रवेश द्वार पर वेक्सीन सर्टिफिकेट दिखाने पर ही भक्तों को प्रवेश दिया गया।