बता दें कि, मामला मुख्यमंत्री मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन के अंतर्गत आने वाले माकड़ोन इलाके का है, जहां दो पक्षों में सरदार वल्लभ भाई पटेल और डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना को लेकर शुरु हुए विवाद ने आज बवाल का रूप धारण कर लिया। दोनों पक्षों के लोग सड़कों पर उतर आए और एक पक्ष के लोगों ने विवादित स्थल पर स्थापित की गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति पर ट्रेक्टर चढ़ाकर उसके साथ तोड़फोड़ कर दी, जिसके बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। दूसरे पक्ष के लोगों ने पथराव शुरु कर दिया, जिसपर कुछ ही देर में दोनों और से पथराव के साथ लाठियां चलनी शुरु हो गईं। उग्र भीड़ ने कई गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की। कई गाड़ियों में आग भी लगाई गई। साथ ही कई दुकानों में भी तोड़फोड़ हुई है।
मूर्ति की तोड़फोड़ करने के मामले में उज्जैन एसपी सचिन शर्मा ने बताया कि पूरी घटना विधि विरुद्ध हुई है, इसलिए इसे लेकर पथराव की स्थिति बनी। घटनास्थल पर भारी पुलिसबल तैनात कर लिया गया है। फिलहाल हालात नियंत्रण में है। वहीं फुटेज के आधार पर 6 लोग, जिन्होंने ट्रैक्टर से मूर्ति तोड़ी है। चार अन्य को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरु कर दी है। वहीं मामले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस विवाद में महिलाएं भी शामिल थीं, जिन्हें फुटेज के आधार पर चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।
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इस बात पर हुआ विवाद
बता दें कि माकड़ोन मंडी गेट और बस स्टैंड के पास एक जमीन खाली पड़ी है। भीम आर्मी की मांग है कि इस स्थान पर डॉ. आंबेडकर की मूर्ति लगाई जाए, जबकि पाटीदार समाज की मांग है कि सरदार पटेल की मूर्ति लगे। मामला नगर पंचायत में विचाराधीन है। मूर्ति स्थापना के इस विवाद में दोनों पक्ष आमने – सामने आ गए और जमकर विवाद हुआ। हंगामें की जानकारी लगते ही पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे और हालात को काबू में लिया। मामले में लापरवाही बरतने वाले माकड़ोन थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। इस बवाल में सब इंस्पेक्टर चोटिल हुए हैं, जिनका इलाज कराया जा रहा है फिलहाल इलाके में भारी पुलिसबल तैनात है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की अपील