लोकसभा चुनाव की तैयारी और न्याय यात्रा को लेकर सोमवार को शहर आए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्रसिंह व प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने राहुल के संभावित आगमन की जानकारी दी। क्षीरसागर पार्टी कार्यालय पर दोनों नेताओं ने उज्जैन सहित इंदौर, धार, खरगोन, मंदसौर व रतलाम लोकसभा सीट को लेकर संबंधित पदाधिकारियों से राय मशवरा किया। निर्णय लिया गया कि इस बार सभी प्रमुख नेताओं को उनके आसपास के बूथ जिताने की जिम्मेदारी भी दी जाएगी। जिलेवार चर्चा में राहुल गांधी की न्याय यात्रा को सफल बनाने का भी कहा गया। बैठक अरविंदनगर महाकाल परिसर में कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। इस दौरान पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, विजय लक्ष्मी साधो, उज्जैन प्रभारी कुलदीप सिंह, शहर अध्यक्ष रवि भदौरिया, विधायक महेश परमार, दिनेश जैन बोस, संजय शुक्ला, रवि जोशी, रवि राय, माया त्रिवेदी, चेतन यादव, दीपक मेहरे, जितेंद्र तिलकर, हिमांशु जोशी मौजूद थे।
प्रदेश कांग्रेस 10 तक सौंपेगी लोकसभा प्रत्याशियों की सूची
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस जल्द प्रत्याशियों के नाम घोषित करने की तैयारी में है। अभा कांग्रेस कमेटी ने पीसीसी को 10 फरवरी तक संभावित प्रत्याशियों के नामों की सूची सौंपने को कहा है। इसके चलते प्रदेश प्रभारी व अध्यक्ष ने 4-6 लोकसभा सीटों की एक ही सामूहिक बैठकें शुरू कर दी है।
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प्रदेश में कहां है कानून व्यवस्था-पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर निशाना साधा। उन्होंने भाजपा नेता व पत्नी की हत्या और कुछ अन्य घटनाओं का हवाला देकर आरोप लगाया प्रदेश में कानून व्यवस्था नहीं है। भाजपा ने चुनावी वादे पूरे नहीं किएं। विस सत्र में कांग्रेस विधायक भाजपा का घोषणा पत्र लेकर शामिल होंगे। भंवर जितेंद्र सिंह ने राजस्थान में पहली बार के विधायक को सीएम बनाने का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि रिमोट वाली सरकारें चाहिए थी इसलिए भाजपा नेतृत्व ने इस तरह के निर्णय लिए हैं।
अपना बूथ नहीं जीता सके तो शर्म की बात है-भंवर जितेंद्रसिंह ने कहा, अब विस व लोकसभा के चुनाव पंच-सरपंच के चुनाव हो गए हैं। हमें चौकसी रखना होगी। बूथ लेवल की मशीनरी को मजबूत करना होगा। कोई नेता भले ही कितना बड़ा हो, यदि वह अपना बूथ नहीं जितवा सकता तो उसके लिए इससे ज्यादा शर्म की बात नहीं। उसे मंच पर चढऩे, माला पहनने, भाषण देने का कोई अधिकार नहीं है।
सूत्रों के अनुसार विधानसभा चुनाव में उत्तर से प्रत्याशी रही माया त्रिवेदी ने बैठक में भितरघात को लेकर शिकायत की। त्रिवेदी ने वरिष्ठ नेताओं को विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ स्थानीय नेताओं द्वारा उन्हें हराने के लिए किए कथित एसएमएस भी दिखाए हैं।
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