उज्जैन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जसोदाबेन रविवार को उज्जैन आईं। उन्होंने भगवान महाकाल मंदिर एवं महामृत्युंजय द्वार के समीप स्थित शिव मंदिर में पूजन-अर्चन किया। महाकाल दर्शन के बाद वे राजगढ़ के लिए रवाना हो गईं। इसी प्रकार पूर्व सेनाध्यक्ष और वर्तमान केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने भी सुबह उज्जैन प्रवास के दौरान बाबा महाकाल के दर्शन किए। इसके बाद वे मंदिर परिसर स्थित महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरि महाराज से मिले व आशीर्वाद लिया। गौरतलब है कि वे इससे पहले भी कई बार महाकाल दर्शन करने आती रहती हैं। इसके अलावा पीएम मोदी के भाई भी अक्सर महाकाल दर्शन करने आते रहते हैं।
मई में आ सकते हैं पीएम मोदी
इधर उज्जैन के महाकाल कारिडोर का काम तेजी से चल रहा है। मई माह में पीएम नरेंद्र मोदी उज्जैन आ सकते हैं। संभावना है कि वे जून माह में उज्जैन आ सकते हैं। वे महाकाल मंदिर विस्तारीकरण प्रोजेक्ट का लोकार्पण करेंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 752 करोड़ रुपए से चल रहा महाकाल मंदिर विस्तारीकरण के कार्य के पहले फेज में महाकाल पथ, रूद्र सागर को सीवर से मुक्त कर सुंदर बनाने समेत विश्राम धाम के काम पूरे हो जाएंगे। महाशिवरात्रि पर होने वाले उद्घाटन को आगे बढ़ा दिया था। अब सीएम शिवराज सिंह ने पीएम मोदी को आमंत्रित कर विस्तारीकरण के कार्य को उनके हाथों लोकार्पण के लिए आमंत्रित किया है।
काशी से बड़ा है यह परिसर
महाकालेश्वर मंदिर का परिसर पहले से 10 गुना बड़ा हो गया है। इसे काशी विश्वनाथ से भी बड़ा कारिडोर बताया जा रहा है। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण का बजट लगभग साढ़े सात सौ करोड़ का है, जिसमें से 400 करोड़ खर्च हो रहा है।
सिंहस्थ में आए लेकिन दर्शन नहीं किए
इससे पहले सिंहस्थ के दौरान पीएम मोदी उज्जैन कार्यक्रम में जरूर आए थे, लेकिन वे महाकाल मंदिर दर्शन करने नहीं आए थे। इस बार माना जा रहा है कि महाकाल कारिडोर के लोकार्पण के दौरान वे उज्जैन आएंगे और क्षिप्रा नदी में स्नान कर महाकाल को जल अर्पित करेंगे।