उज्जैन. सरकार चाहे कितने भी जतन क्यों न कर ले, मालवा की माटी में हर बात का तोड़ मौजूद है। जी हां…कोर्ट ने आदेश जारी किए थे कि बिना हेलमेट किसी को पेट्रोल नहीं दिया जाए, लेकिन लोगों ने इस आदेश का भी तोड़ ढूंढ लिया। लोगों के लिए यह आदेश वरदान साबित हो रहा है। पेट्रोल पंप के बाहर 10 रुपए किराए में हेलमेट देना शुरू कर दिया। लोग इनसे हेलमेट लेकर पेट्रोल भरवाते हैं और जाते समय फिर लौटा देते हैं। नई तरकीब खोज लीबिना हेलमेट पेट्रोल नहीं देने के आदेश का असर शनिवार को शहर के पंपों पर दिखा। पंप कर्मचारियों द्वारा बगैर हेलमेट आने वाले वाहन चालकों को पेट्रोल देने से मना किया गया, तो उन्होंने खड़े-खड़े नई-नई तरकीब खोज ली। उन्होंने परिचित से हेलमेट उधार लेकर पेट्रोल भरवाया, तो कहीं-कहीं बेरोजगार युवाओं ने इसमें भी रोजगार के अवसर तलाश लिए और 10 रुपए तक का किराया सिर्फ पेट्रोल भरवाने के लिए वसूल लिया।पंप कर्मचारियों में माथा पच्चीसुबह से ही शहर के पंपों पर बाइक सवार तथा पंप कर्मचारियों में माथा पच्ची शुरू हो गई थी। प्रशासनिक दबाव के चलते कर्मचारियों ने बगैर हेलमेट के आए वाहन चालकों को पेट्रोल देने से मना कर दिया, तो बाइक सवार भी कहां मानने वाले थे। सड़क पर गुजर रहे किसी मित्र को कुछ देर के लिए रोका, उससे हेलमेट उधार लिया और पेट्रोल भरवाकर रवाना हो गए। दिनभर इस प्रकार की गतिविधि पंपों के आस-पास देखी गई।