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न्यू ईयर पर जा रहे हैं महाकाल, तो अभी पढ़ लें ये खबर कल से बदल जाएंगी ये व्यवस्थाएं

आज के बाद बस दो दिन और फिर हम सभी न्यू ईयर का स्वागत करेंगे, जश्न मनाएंगे और एक-दूजे के लिए पूरे साल खुशियों और सलामती की दुआएं मांगेंगे, घूमने निकल पड़ेंगे और अगर आप महाकाल नगरी उज्जैन में महाकालेश्वर के दर्शन कर महाकाल लोक घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपको बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर परिसर में वीआईपी दर्शन के साथ ही महाकाल लोक में कल से कई व्यवस्थाएं बदल रही हैं…

उज्जैनDec 28, 2023 / 10:47 am

Sanjana Kumar

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आज के बाद बस दो दिन और फिर हम सभी न्यू ईयर का स्वागत करेंगे। जश्न मनाएंगे और एक-दूजे के लिए पूरे साल खुशियों और सलामती की दुआएं मांगेंगे। घूमने निकल पड़ेंगे। और अगर आप महाकाल नगरी उज्जैन में महाकालेश्वर के दर्शन कर महाकाल लोक घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इस खबर को ध्यान से पढ़ लें, क्योंकि इस बार महाकाल में वो होने जा रहा है कभी नहीं हुआ…

उज्जैन में नये साल से पहले ही टूरिस्ट की भीड़ उमड़ रही है। लोग महाकाल लोक घूमने आ रहे हैं। ऐसे में न्यू ईयर पर यहां लाखों की संख्या में टूरिस्ट पहुंचने की उम्मीद है। टूरिस्ट के लिए महाकाल लोक की यह यात्रा आसान बनाने के लिए यहां पहली बार टूरिस्ट अलग-अलग लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार करते नजर आएंगे।

दरअसल महाकाल की नगरी उज्जैन आने वाले टूरिस्ट में कुछ ऐसे लोग हैं जो महाकालेश्वर के दर्शन करने आते हैं, वहीं कुछ भक्त ऐसे भी हैं, जो यहां सिर्फ महाकाल लोक देखने के लिए ही यहां आते हैं। ऐसे लोग चार धाम मंदिर से अलग लाइन में लगकर पिनाकी गेट से महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे। इसी गेट से बाहर भी जा सकेंगे।

29 दिसंबर से रहेगी ऐसी ही व्यवस्था

31 दिसंबर से 1 जनवरी तक महाकाल मंदिर में 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में 29 दिसंबर से 1 जनवरी तक व्यवस्था बदली जा रही हैं। मंदिर प्रशासक संदीप सोनी का कहना है कि भक्तों को चारधाम से प्रवेश मिलेगा। वे शक्तिपथ होते हुए महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे। वहीं फैसिलिटी सेंटर और फिर टनल होते हुए गणेश मंडपम से दर्शन कर निर्मल्य द्वार से बाहर जा सकेंगे। गणेश मंदिर और फिर हरसिद्धि मंदिर से होते हुए वापस चारधाम मंदिर पहुंचेंगे।

पार्किंग, शेल्टर के साथ मेडिकल कैंप भी

उज्जैन में श्रद्धालुओं के लिए जूते स्टैंड, पानी, पार्किंग, शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी। भजन मंडली के भी इंतजाम किए जाएंगे। साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। त्रिवेणी संग्रहालय और मंदिर परिसर में मेडिकल कैम्प की व्यवस्था भी की जा रही है। महाकाल दर्शन के लिए चलना होगा 1 किमी इस दौरान भक्तों को महाकाल के दर्शन के लिए करीब 1 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। बैरिकेड से महाकाल लोक होते हुए, महाकाल मंदिर में एंट्री दी जाएगी।

बंद रहेंगे वीआईपी दर्शन

व्यवस्था वीआईपी बेगमबाग से प्रवेश कर यहीं बनी पार्किंग में गाड़ी पार्क कर सकेंगे। निर्माल्य गेट से इन्हें एंट्री मिलेगी। 1 जनवरी को शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। दरअसल अब तक 250 रुपए देकर महाकाल के शीघ्र दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक दिन यानी 1 जनवरी 2021 के दिन इस व्यवस्थाका लाभ नहीं मिल सकेगा।

चलित भस्म आरती की व्यवस्था

नए साल में भस्म आरती में शामिल होने के बारे में सोच रहे हैं, तो ध्यान रखें कि इस बार आपको हमेशा की तरह भस्म आरती की पुरानी व्यवस्था से इतर व्यवस्था मिलेगी। भस्म आरती में आने के लिए एडवांस बुकिंग भी फुल हो चुकी है। लेकिन इस बार भस्म आरती में शामिल होने के लिए आने वाले भक्तों को निराश नहीं किया जाएगा। इसके लिए मंदिर में चलित भस्म आरती की व्यवस्था की गइ है। बिना परमिशन के भी आप भस्म आरती का हिस्सा बन सकेंगे। इसके लिए आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। 31 दिसंबर से 5 जनवरी तक कार्तिक मंडपम को खाली रखा जाएगा और चलित भस्म आरती यहीं की जा सकेगी। फिलहाल हर दिन 1700 भक्त नंदी हॉल, गणेश मंडपम, कार्तिक मंडपम में बैठकर भस्म आरती में शामिल होते हैं। उन्हें इसके लिए 400 रुपए की फीस देकर परमिशन लेनी होती है। लेकिन इस बार भक्तों की संख्या 31 से 1 जनवरी के बीच 20 हजार से ज्यादा पहुंचने का अनुमान है। इसलिए भक्तों की सुविधा को ध्यान रखते हुए मंदिर समिति ने चलित भस्म आरती की व्यवस्था की है।

यहां की जा सकेगी पार्किंग

– इंदौर रोड की ओर से आने वाले वाहन शनि मंदिर के पास पार्किंग का यूज कर सकेंगे।

– इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे पर हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर, हरि फाटक पर हाट बाजार।
– कर्कराज पार्किंग, भील समाज धर्मशाला और कलोता धर्मशाला।

– शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज और प्रशांति धाम में। यहां से प्रशासन 50 बसों के जरिए भक्तों को निशुल्क मंदिर तक पहुंचाएगा।

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