दरअसल, आवेदक बृजेश विश्वकर्मा और एक व्यक्ति के बीच पैसों के लेन-देन का मामला था। जिसको लेकर बिरला ग्राम में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल योगेन्द्र सेंगर मामले में शिकायत पर कार्रवाई न करने के लिए उप निरीक्षक आनंद सोनी ने नाम पर रिश्वत मांगी थी।
ये भी पढ़ें- पटवारी 13 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों धराया, लोकायुक्त ने की बड़ी कार्रवाई लोकायुक्त ने मामले को संज्ञान में लेते हुए हेड कांस्टेबल योगेंद्र सेंगर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। कांस्टेबल के खिलाफ धारा 7 भष्ट्राचार निवारण अधिनियम 1988 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पूरे मामले में उप निरीक्षक आनंद सोनी का नाम भी सामने भी आया था। अब उप निरीक्षक के खिलाफ भी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।