बता दें, रविवार को शहर आने के बाद जब वे ताज पहनकर बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंची, तो पुजारी महेश गुरु ने इस पर आपत्ति लेते हुए कहा कि उनकी जीत पर उन्हें साधुवाद देते हैं, लेकिन मंदिर की परंपरा रही है कि यहां वीआइपी भी टोपी उतारकर आते हैं, इसलिए इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
उज्जैन में जन्मी और पली-बढ़ी निकिता ने बचपन से ही परंपराओं और मान्यताओं का गहन अध्ययन किया है, जिससे उनकी आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक समझ मजबूत हुई। थियेटर के प्रति उनके लगाव ने उन्हें मंच की दुनिया में उत्कृष्टता दिलाई, जहां उन्होंने 60 से अधिक नाटकों में हिस्सा लिया और एक 250 पन्नों का नाटक कृष्ण लीला भी लिखा। निकिता ने हाल ही में एक अंतरराष्ट्रीय फिल्म में प्रमुख भूमिका निभाई, जो जल्द ही भारत में रिलीज होगी। साथ ही, पशु कल्याण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भी सराहनीय है, और वह सभी जीवों के प्रति करुणा का संदेश फैलाना चाहती हैं।
रुद्राक्ष होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में निकिता ने कहा, “फेमिना मिस इंडिया 2024 जीतना मेरे लिए सपना साकार होने जैसा है। मैं इस अवसर के लिए अत्यंत आभारी हूं और भारत की सुंदरता व शक्ति का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हूँ।” फेमिना मिस इंडिया 2024 का फिनाले 10 नवंबर को रात 8 बजे दूरदर्शन पर प्रसारित किया जाएगा और जियोसिनेमा पर भी स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध रहेगा।