उज्जैन। महाकाल मंदिर परिसर के विस्तारीकरण के बाद परिसर का क्षेत्रफल 70 हजार वर्गफीट हो जाएगा, पूर्व में यह लगभग 25 हजार वर्गफीट था। विस्तारीकरण के कार्यों में दर्शन व्यवस्था के लिए टनल बनाई जा रही है। इसी में दर्शनार्थियों के लिए सुविधाघर की व्यवस्था भी रहेगी। शहनाई द्वार के पास शिखर दर्शन एवं फसाट का कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाएगा।
श्री महाकाल लोक के सेकंड फेज के निर्माण कार्यों का निरीक्षण बुधवार को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने किया। निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ जून एवं जुलाई माह की समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के पास निर्मित किए जा रहे वीआईपी मार्ग का निरीक्षण भी किया। उन्होंने शहनाई द्वार के दाएं तरफ निर्मित की जा रही टनल का निरीक्षण किया। निर्देश दिए कि शहनाई द्वार के दांई ओर टनल की छत पर लगाई गई रैलिंग की ऊंचाई को कम करके सवा मीटर किया जाए, जिससे शिखर दर्शन बाधित न हो।
कोटि तीर्थ के ठीक पीछे बनेगा शिखर दर्शन स्पॉट
कलेक्टर ने श्री महाकाल लोक सेकंड फेज में कोटितीर्थ कुंड के पीछे बनाए जा रहे शिखर दर्शन के कार्य का निरीक्षण किया एवं निर्देश दिए कि 30 जून तक निर्माण कार्य पूर्ण होना चाहिए। इसके बाद उन्होंने मानसरोवर प्रवेश द्वार से लेकर चारधाम की ओर बनाए जा रहे पुल के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया एवं निर्माण कार्य को तेज गति से चलाते हुए 30 जुलाई तक यह कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।