मंदिर में इस धन वर्षा का सबसे बड़ा कारण महाकाल लोक को बताया गया। महाकाल लोक बनने के बाद से ही उज्जैन में पर्यटक ज्यादा मात्रा में आ रहे है। इसके अलावा पिछले कुछ सालों से महाकाल मंदिर में लगातार अभिनेताओं और अन्य बड़े सेलिब्रिटीज का आना-जाना चल रहा है जिससे लोग मंदिर की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे है।
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मंदिर समिति ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल 3 गुना ज्यादा दान मिला है। इसी को देखते हुए समिति ने फैसला लिया है कि दानदाताओं का आभार व्यक्त करने और विशेष सुविधाएं देने के लिए विशेष सम्मलेन का आयोजन किया जाएगा। उज्जैन के कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि जल्द ही दानदाताओं का एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। यह भी पढ़ें
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मंदिर समिति ने दान का आंकड़ा सामने रखते हुए बताया कि मंदिर को सबसे ज्यादा दान लड्डू प्रसाद की बिक्री से मिला है। लड्डू प्रसाद से मंदिर को कुल 53.50 करोड़ रु का दान मिला है। इसके अलावा मंदिर को 2.42 करोड़ की 399 किलो चांदी और 95.29 लाख का 1.5 किलो सोना भी दान किया गया है। मंदिर को दान पेटी से नगदी 43.85 करोड़ और VIP दर्शन से 48.99 करोड़ रूपए का दान प्राप्त हुआ है। बाकी, भस्म आरती से 90.90 लाख, अभिषेक सेवा से 5.92 करोड़, अन्न क्षेत्र से 12.32 करोड़, धर्मशाला बुकिंग से 5.90 करोड़, फोटोग्राफी से 7.73 लाख ध्वजा बुकिंग से 7.92 लाख, उज्जैन बस सेवा से 7.27 लाख और अन्य आय से 23.96 करोड़ रूपए का दान मंदिर को मिला है। यह भी पढ़ें
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