भगवान महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड॒ उमड़ रही है। दूरवराज शहरों से दर्शन के लिए लोग आने लगे हैं। क्रिसमस ओर वर्ष के आखिरी माह में लोग छुट्टियां बिताने निकले हैं। लेकिन महाकाल मांदिर में आकर वे सशुल्क और निःशुल्क व्यवस्था के प्रपंच में उलझकर रह गए।
Must See: इसी हफ्ते आ जाएगी पीएम किसान सम्मान निधि की 10वीं किस्त, योजाना में हुआ यह छठा बदलाव
भस्म आरती के लिए किससे संपर्क करें
गुजरात से आए एक कपल ने एक होटल में आकर पूछा कि सुबह वाली आरती में कैसे शामिल होंगे, कुछ बताइए। इस पर होटल वाले ने उन्हें हार-फूल वालों के पास भेज दिया, हार-फूल वालों ने उन्हें ऑटो वालों के बारे में बताया और ऑटो वाले उन्हें होटल ले जाने का कहने लगे। लेकिन उन्होंने सामान्य लाइन में ही लगकर दर्शन करना उचित समझा और भस्म आरती का ख्याल अगली बार आने तक के लिए टाल दिया।
Must See: पोल्ट्री फार्म से चोरी हो गए 50 हजार के कड़कनाथ और देसी मुर्गे
शीघ्र दर्शन के 250, दर्शन सबको समान
होशंगाबाद से आए एक परिवार का कहना था कि हम चार लोग हैं, सभी ने 250 रुपए की शीघ्र दर्शन टिकट कटाई, क्योंकि भीड़ अधिक थी। हमने सोचा, शॉर्टकट से जाकर जल्दी दर्शन कर लेंगे, भीड़ भी नहीं मिलेगी, लेकिन जब अंदर गए तो बाकी अन्य भी हमारे साथ ही खड़े होकर दर्शन कर रहे थे, तो हमने सोचा कि 250 देने बाद भी दर्शन सबको एक समान ही होते हैं, तो फिर यह राशि क्यों ली गई।