पुरानी देवास धर्मशाला का पुनरुद्धार, वीआइपी, पुजारी के साथ मीडिया के लिए बन रहा विशेष कक्ष— मंदिर क्षेत्र में पुजारी, विशिष्ट, अतिविशिष्ट लोगों के अलावा मीडिया के लिए भी अलग से कक्ष बनाया जा रहा है। मंदिर के पश्चिमी भाग में आपातकालीन प्रवेश एवं निर्गम मार्ग का कार्य भी अंतिम चरणों में चल रहा है।
आपातकालीन प्रवेश एवं निर्गम मार्ग 6.73 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इसका कुल क्षेत्रफल 18 हजार वर्गफीट रखा गया है। यहां स्थित पुरानी देवास धर्मशाला का भी पुनरुद्धार किया जा रहा है। इससे भक्तों की सुविधाएं और बढ़ जाएंगी।
वैदिक थीम पर तैयार हो रहा क्षेत्र
महाकाल मंदिर के समीप पुराने अन्नक्षेत्र वाले हिस्से में शिखर दर्शन वाले क्षेत्र को और अधिक सुगम तथा खूबसूरत बनाया जा रहा है। इसका क्षेत्रफल 52 हजार वर्गफीट तक रखा गया है। इसे वैदिक थीम पर निर्मित किया जा रहा है। इसके लिए लैंड स्केपिंग कर निर्माण कार्य पूरे किए जा रहे हैं।
महाकालेश्वर मंदिर शिखर दर्शन पाइंट 22.83 करोड़ के खर्च से तैयार किया जा रहा है। प्रशासक संदीप सोनी के अनुसार मंदिर विस्तार के द्वितीय चरण में करोड़ों की लागत से विभिन्न निर्माण कार्य चल रहे हैं। इस क्रम में शिखर दर्शन और कोटितीर्थ कुंड के आसपास का निर्माण कार्य किया जा रहा है। मंदिर के अंदर स्थित कोटितीर्थ कुंड के आसपास के हिस्से का भी स्वरूप निखारने की कवायद शुरू हो रही है। साथ ही आपातकालीन प्रवेश व निर्गम मार्ग भी तैयार किए जा रहे हैं।