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इस तरह महाकाल करेंगे नगर भ्रमण
मंदिर प्रबंधन की मानें, तो दोपहर 1 बजे तक 25 से 30 हजार श्रद्धालु महाकाल के दर्शन कर चुके थे। इसके बाद एक बार फिर महाकाल के नगर भ्रमण कर लौटने के बाद दर्शन व्यवस्था शुरु होगी। बता दें कि, कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते सवारी मार्ग पर यातायात पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। सभामंडप में परंपरागत पूजन के बाद सवारी 4 बजे मुख्य द्वार से श्री बड़ा गणेश मंदिर, हरसिद्धि मंदिर के रास्ते से होते हुए नृसिंह घाट रोड, सिद्धाश्रम के सामने से शिप्रा तट रामघाट पहुंचेगी।
रामघाट पर मां शिप्रा के जल से बाबा श्री महाकालेश्वर के अभिषेक पूजन के बाद सवारी रामानुजकोट, हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि मंदिर पर आएगी। यहां मां हरसिद्धि व बाबा महाकाल की आरती के बाद बड़ा गणेश मंदिर के सामने से महाकालेश्वर मंदिर लौटेगी। आज भगवान श्री चन्द्रमौलीश्वर चांदी की पालकी में विराजित होकर और श्री मनमहेश हाथी पर विराजित होकर भक्तों को दर्शन देंगे।
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महाकाल के अधिकारिक पोर्टल पर श्रद्धालु कर सकते हैं ऑनलाइन दर्शन
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक नरेन्द्र सूर्यवंशी के अनुसार, सवारी में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल किया जा रहा है। समिति की वेबसाइट www.mahakaleshwar.nic.in व सभी स्थानीय चैनलों एवं फेसबुक पेज पर भगवान की सवारी का सीधा प्रसारण शुरु कर दिया गया है। रामघाट व सवारी मार्ग में आमजन का आवागमन प्रतिबंधित रखा गया है। रामघाट पूजा स्थल पर सिर्फ पुजारी, पुरोहित ही रहेंगे। सवारी में केवल पालकी उठाने वाले कहार, पुजारी, पुरोहित, पुलिस, मंदिर समिति के ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी ही शामिल किये गए हैं।
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