ट्वीट कर दी जानकारी
पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा- आज उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही सवारी में सम्मलित होकर दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त होगा।
इंदौर दौरे पर हैं ज्योतिरादित्य
पूर्व कन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर दौरे पर हैं। 25 अगस्त की शाम 6.25 बजे इंदौर पहुंचें। शाम को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद अगले दिन दोपहर में भी अलग-अलग संगठन के साथ बैठक करेंगे। दोपहर तीन बजे महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने उज्जैन रवाना होंगे। रात 9 बजे तक उज्जैन से इंदौर रवाना होंगे। 27 अगस्त को एमपीसीए सदस्यों से मुलाकात के बाद सुबह 9.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
पूर्व मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने लिखा- आज उज्जैन में बाबा महाकाल की शाही सवारी में सम्मलित होकर दर्शन-पूजन का सौभाग्य प्राप्त होगा।
इंदौर दौरे पर हैं ज्योतिरादित्य
पूर्व कन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर दौरे पर हैं। 25 अगस्त की शाम 6.25 बजे इंदौर पहुंचें। शाम को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के बाद अगले दिन दोपहर में भी अलग-अलग संगठन के साथ बैठक करेंगे। दोपहर तीन बजे महाकाल की शाही सवारी में शामिल होने उज्जैन रवाना होंगे। रात 9 बजे तक उज्जैन से इंदौर रवाना होंगे। 27 अगस्त को एमपीसीए सदस्यों से मुलाकात के बाद सुबह 9.45 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
दो लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
सावन-भाद्रपद महीने में ये बाबा महाकाल की अंतिम सवारी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सवारी में करीब दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। भक्तों की भीड़ के अनुमान को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए दूसरे जिलों से भी पुलिस बल आया है। वहीं, सवारी मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है।
सावन-भाद्रपद महीने में ये बाबा महाकाल की अंतिम सवारी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सवारी में करीब दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हो सकते हैं। भक्तों की भीड़ के अनुमान को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा के लिए दूसरे जिलों से भी पुलिस बल आया है। वहीं, सवारी मार्ग पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तैनात है।
छह घंटे तक नगर भ्रमण करेंगे महाकाल
मंदिर में विधिवत पूजन के बाद शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से बाबा महाकाल की शाही सवारी आरंभ होगा। इसके बाद रात 10 बजे के करीब पालकी वापस मंदिर परिसर में पहुंचेगी। शाही सवारी के मार्ग पर 10 बजे सुबह से ही वाहनों का संचालन होगा। यातायात पुलिस ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
मंदिर में विधिवत पूजन के बाद शाम 4 बजे महाकाल मंदिर से बाबा महाकाल की शाही सवारी आरंभ होगा। इसके बाद रात 10 बजे के करीब पालकी वापस मंदिर परिसर में पहुंचेगी। शाही सवारी के मार्ग पर 10 बजे सुबह से ही वाहनों का संचालन होगा। यातायात पुलिस ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।
शाही सवारी की खास बातें
7 किमी का सवारी मार्ग, 6 मुखारविंद, 11 बैंड, 64 भजन मंडली, 101 स्वागत मंच, 160 एसएफ जवान, 900 जवान, 300 होमगार्ड, 500 आधिकारी। 100 महिला पुलिस, 500 नसुस सदस्य। 50 से अधिक कैमरे से रहेगी सवारी मार्ग पर नजर।
7 किमी का सवारी मार्ग, 6 मुखारविंद, 11 बैंड, 64 भजन मंडली, 101 स्वागत मंच, 160 एसएफ जवान, 900 जवान, 300 होमगार्ड, 500 आधिकारी। 100 महिला पुलिस, 500 नसुस सदस्य। 50 से अधिक कैमरे से रहेगी सवारी मार्ग पर नजर।