ये भी पढ़ें: 1 जून से बंद हो जाएगा कनेक्शन ! अगर नहीं किया e-KYC उज्जैन के करीब दो लाख सहित जिले में बड़ी संख्या में एलपीजी घरेलू उपभोक्ता हैं। संभव है कि इनमें से कई उपभोक्ताओं का स्थानांतरण या मृत्यु हो चुकी हो चुकी हो। इसके बावजूद एजेंसी पर उनके नाम से गैस सिलेंडर का खाता जारी है। मंत्रालय और गैस एजेंसियों ने इसी रेकॉर्ड को दुरस्त करने के लिए सभी उपभोक्ताओं का ई-केवायसी अपडेशन अनिवार्य किया है।
साथ ही सब्सिडी संबंधित मामलों का नियमितीकरण करना भी इसका एक महत्वपूर्ण उद्देश्य है। सत्यापन नहीं करवाने वाले उपभोक्ताओं को भविश्य में गैस सिलेंडर वितरण में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
अधिकतर ने नहीं करवाया ई-केवायसी (LPG Gas e-KYC)
ई-केवायसी अपडेशन को लेकर पेट्रोलियम मंत्रालय व तेल कंपनियों ने नवंबर-23 में ही निर्देश जारी कर दिए थे। कुछ कंपनी ने अपने उपभोक्ताओं को मोबाइल के जरिए व्यक्तिगत एसएमएस भी भेजे हैं। इसके बावजूद अभी तक 10 फीसदी उपभोक्ताओं ने भी अपना रेकॉर्ड अपडेट नहीं करवाया है। चुनाव के बाद ई-केव्हासी अपडेशन पर फोकस बढ़ाया जा सकता है।कनेक्शन की सुरक्षा जांच भी अनिवार्य (LPG Gas e-KYC)
ई-केवायसी की तरह उपभोक्ता को अपने एलपीजी कनेक्शन की सुरक्षा जांच करवाना भी अनिवार्य किया गया है। यह जांच सिलेंडर लेकर आने वाले डिलेवरी मैन या एजेंसी की ओर से अधिकृत किए गए व्यक्ति द्वारा की जाएगी। उपभोक्ता के एलपीजी इन्सटालेशन की सुरक्षा जांच के साथ ही उसे एलपीजी उपयोग संबंधित सुरक्षा नियमों की जानकारी देंगे। यह जांच नि:शुल्क होगी। यदि उपयोग में ली जा रही एलपीजी होज खराब या एक्सपायर हो गई है तो ऐसी स्थिति में 150 रुपए प्रति 1.5 मीटर की दर से इसे बदला जाएगा।ऐसे करवा सकते हैं ई-केवायसी ( how you can get LPG Gas e-KYC)
-जिस व्यक्ति के नाम से एलपीजी कनेक्शन है, बायो मैट्रिक सत्यापन के लिए उसे उपस्थित होना होगा। -उपभोक्ता अपनी गैस वितरक एजेंसी पर जाकर अपना कोई एक परिचय पत्र बताएंगे। -एजेंसी पर थंब या फेस स्केनर के माध्यम से सत्यापन कर ई-केवायसी अपडेट कर ली जाएगी। -उपभोक्ता सिलेंडर लेकर घर आने वाले डिलेवरी मैन से भी ई-केवायसी बायोमेट्रीक सत्यापन करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं।