कालिदास संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. गोविन्द गंधे ने बताया कि प्रतिवर्ष की तरह परम्परानुसार वागर्चन का कार्यक्रम हुआ। इस वर्ष इस कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की सहभागिता रही।
उज्जैन श्री महाकालेश्वर शोध एवं वैदिक प्रशिक्षण संस्थान, महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, शा. विजयराजे उ.मा.विद्यालय दशहरा मैदान, शासकीय आदर्श संस्कृत विद्यालय मोहन नगर, भारतीय गुरुकुल के विद्यार्थियों सहित संस्कृत के विद्वान, गणमान्य नागरीक, एव संत सुन्दरदास संस्थान के सभी पदाधिकारी एवं समाजसेवी उपस्थित थे।