विजिटर्स बुक में अपने विचार व्यक्त
मंत्री डॉ. साधौ ने अकादमी की विजिटर्स बुक में अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा कि कालिदास अकादमी में चित्रकला, मूर्तियों और अश्विनी शोध संस्थान के सिक्कों का संग्रहण बहुत दुर्लभ है। उन्होंने शुभारंभ पूर्व अकादमी में दीप प्रज्वलित कर लगाई गई 2018 की पुरस्कृत मालविकाग्निमित्रम नाट्य पर आधारित चित्रकला और मूर्तियां तथा सन 2019 की मेघदूतम नाट्य पर आधारित चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके अलावा अश्विनी शोध संस्थान द्वारा लगाई गई विक्रमादित्य और महाकवि के समय के सिक्कों की प्रदर्शनी भी देखी। इसके बाद भरत विशाला मंच पर शाम 7 बजे से उज्जैन के गायक डॉ. रोहित चावरे ने गायन की प्रस्तुति। इसके बाद इम्फाल के कलाकारों ने गीत-गोविंद संस्कृत नाटिका की प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया।
मालविकाग्निमित्रम की प्रेम चपलता ने लुभाया
मालविकाग्निमित्रम पर आधारित प्रेम चपलता, पाद प्रदर्शन, प्रहार आदि चित्रकलाओं की जानकारी लेकर प्रशंसा की। अकादमी के मुकेश काला ने मंत्री को विभिन्न चित्रों की थीम के बारे में बताया। इस मौके पर विधायक रामलाल मालवीय, महेश परमार, पारस जैन, करण कुमारिया, कलेक्टर शशांक मिश्र, एसपी सचिन अतुलकर, ऋषिकेश शर्मा, गौतम शाह, एलएन सिरोडिय़ा, डॉ.आरसी शर्मा और शहर के विभिन्न चित्रकला कलाकार मौजूद थे।
पांडुलिपियों पर रिसर्च का कार्य अकादमी से किया जाएगा
मंत्री साधौ ने कहा कि महाकवि की रचनाओं की पांडुलिपियों पर फिर से रिसर्च का कार्य कालिदास अकादमी के माध्यम से किया जाएगा। महाकवि की स्मृति में आयोजित होने वाले समारोह का स्वरूप आगामी वर्षों में भव्य किया जाएगा। सारस्वत अतिथि डॉ. वसन्त कुमार भट्ट ने कहा महाकवि की समस्त कृतियां कालजयी हैं। अभिज्ञान शाकुन्तम की प्रत्येक पांडुलिपि में नए-नए श्लोक मिलते हैं। प्रत्येक वाचन के बाद एक नया उन्मेष दिखाई देता है। स्वागत भाषण कुलपति बालकृष्ण शर्मा ने दिया।
राष्ट्रीय कालिदास सम्मान रंगकर्मी वर्मा को
अभा कालिदास समारोह के शुभारंभ अवसर पर संस्कृति मंत्री साधौ द्वारा राष्ट्रीय कालिदास सम्मान रंगमंच के प्रसिद्ध लेखक सुरेन्द्र वर्मा को दिया गया। प्रशस्ति-पत्र, शाल, श्रीफल एवं कालिदास सम्मान से विभूषित किया गया। प्रमुख सचिव संस्कृति पंकज राग ने वर्मा के बारे में प्रशस्ति-वाचन किया।
पुस्तकों का विमोचन
समारोह के शुभारंभ अवसर पर पं. सूर्यनारायण व्यास प्रतिनिधि रचनाएं एवं कालिदास चिन्तन नामक ग्रंथों का विमोचन किया गया। साथ ही अकादमी की पत्रिकाएं दूर्वा, वृतान्त एवं चित्रकला प्रदर्शनी के केटलॉग का विमोचन किया गया। इस अवसर पर दूरदर्शन के अतिरिक्त महानिदेशक डॉ. राजशेखर व्यास मौजूद थे। संचालन एवं आभार अकादमी के सहायक निदेशक डॉ. संतोष पण्ड्या ने किया।
समारोह में आज लहरों के राजहंस और कथक नृत्य
अभा कालिदास समारोह में 9 नवंबर को शाम 7 बजे हिन्दी का नाटक ‘लहरों के राजहंस’ का मंचन होगा, जो अभिनव रंग मण्डल द्वारा किया जाएगा। साथ ही सुरभि पाराशर कथक नृत्य प्रस्तुत करेंगी।