जिले की प्रावीण्य सूची
१०वीं में
१. अंजलि पिता जीवन ङ्क्षसह राणा
स्कूल -सरस्वती शिशु विद्या मंदिर नागदा
रिजल्ट -९६.८ प्रतिशत
माता -अनीता राणा
नोट -प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
२. कोमल पिता छतर ङ्क्षसह
स्कूल -भारत कॉमर्स स्कूल नागदा
रिजल्ट -९६.८ प्रतिशत
माता -रतन कंवर
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
३. प्रेरणा पिता नरेंद्र यादव
स्कूल -संतोष विद्या मंदिर बडनग़र
रिजल्ट -९६.८ प्रतिशत
माता -हेमलता यादव
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
४. सुबोध पिता भारत चंद्रवंशी
स्कूल का नाम -शा. हासें स्कूल माधव नगर उज्जैन
रिजल्ट -९६.८ प्रतिशत
माता का नाम -संगीता चंद्रवंशी
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
५. देवांशी पिता संजय बाग
स्कूल का नाम -राजराजेंद्र विद्या मंदिर उज्जैन
रिजल्ट -९६.८ प्रतिशत
माता का नाम -सुनिता बाग
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
७. संस्कृति पिता आदेश पांचाल
स्कूल का नाम -संत मीरा कान्वेंट स्कूल उज्जैन
रिजल्ट -९६.२ प्रतिशत
माता का नाम -डिम्पल पांचाल
प्रावीण्य सूची में तीसरा स्थान
१२वीं में
१. पलक पिता कमलेश परिहार
स्कूल का नाम -शा. हासे गल्र्स स्कूल तराना
रिजल्ट -९३.४ प्रतिशत
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
२. कृतिका पिता उत्तम कुमार सूर्यवंशी
स्कूल का नाम -मॉडल हासें स्कूल सांवेर रोड उज्जैन
रिजल्ट -९३.४ प्रतिशत
प्रावीण्य सूची में पहला स्थान
४. रिया पिता राजेश शर्मा
स्कूल का नाम -शा. हासें स्कूल माधव नगर उज्जैन
रिजल्ट ९२.८ प्रतिशत
प्रावीण्य सूची में दूसरा स्थान
५. रिंकू पिता मानङ्क्षसह मालवीय
स्कूल का नाम -शा. हासे स्कूल माधव नगर उज्जैन
रिजल्ट ९२.६ प्रतिशत
प्रावीण्य सूची में तीसरा स्थान
टॉपिक एक्सपर्ट
पिछले वर्ष से सुधरा रिजल्ट:
गत वर्ष जहां १०वीं का रिजल्ट ४६.१४ प्रतिशत था, इस वर्ष ६१.४३ प्रतिशत रहा। इस वर्ष १०वीं के रिजल्ट में उज्जैन जिला १५.२९ प्रतिशत समृद्ध रहा।
१२वीं में कमजोर रहे
इधर पिछले वर्ष १२वीं का रिजल्ट ६४.२१ प्रतिशत था, जो इस वर्ष २.८९ प्रतिशत कम हो कर ६१.३२ प्रतिशत रह गया। हालांकि ६० फीसदी से अधिक होने पर जिले की स्थिति ठीक रही, लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में कमजोर होने पर समीक्षा की आवश्यकता है।
इसलिए सुधरा रिजल्ट
१. सभी विषयवार शिक्षकों से प्रश्न-पत्र बनवाकर जिला स्तरीय दल ने प्रश्न बैंक बनाई।
२. सभी स्कूलों के विद्यार्थियों से प्रश्न बैंक हल करवाया।
३. विद्यार्थियों को हर विषय के ३००-४०० प्रश्न मिले, जिन्हें हल करने से ही मुख्य परीक्षा में लाभ मिला।
४. सभी शिक्षकों ने जिले से दी गई टाइम लाइन में कमजोर विद्यार्थियों को नियमित किया।
५. जिला शिक्षा अधिकारी व एडीपीसी के दल जिले भर के स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षक व विद्यार्थियों से संपर्क में रहे।
आनंद शर्मा,
जिला शिक्षा अधिकारी
उज्जैन संभाग पूरे प्रदेश में टॉप पर रहा
&उज्जैन संभाग कक्षा 12वीं में 61.51 प्रतिशत के साथ पूरे प्रदेश में पहले नंबर पर रहा है, जबकि कक्षा 10 में 64.78 प्रतिशत के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया है। हालांकि जिले का हासे. रिजल्ट पिछले वर्ष से कम रहा। गत वर्ष प्रदेश का १२वीं का रिजल्ट ६६ प्रतिशत था, जो इस वर्ष ५८ प्रतिशत रहा है। १०वीं के रिजल्ट में उज्जैन संभाग के १६ तथा १२वीं के १९ बच्चे प्रदेश की प्रावीण्य सूची में आए हैं। संभाग में १२वीं के ७१ प्रतिशत बच्चे फस्र्ट डिविजन तथा २८ फीसदी सेकंड डिविजन और १०वीं में ६८त्न बच्चे फस्र्ट व ३१त्न बच्चे सेकंड डिवीजन पास हुए।
रवींद्र ङ्क्षसह, संभागीय संयुक्त संचालक
&उज्जैन संभाग कक्षा 12वीं में 61.51 प्रतिशत के साथ पूरे प्रदेश में पहले नंबर पर रहा है, जबकि कक्षा 10 में 64.78 प्रतिशत के साथ चौथा स्थान प्राप्त किया है। हालांकि जिले का हासे. रिजल्ट पिछले वर्ष से कम रहा। गत वर्ष प्रदेश का १२वीं का रिजल्ट ६६ प्रतिशत था, जो इस वर्ष ५८ प्रतिशत रहा है। १०वीं के रिजल्ट में उज्जैन संभाग के १६ तथा १२वीं के १९ बच्चे प्रदेश की प्रावीण्य सूची में आए हैं। संभाग में १२वीं के ७१ प्रतिशत बच्चे फस्र्ट डिविजन तथा २८ फीसदी सेकंड डिविजन और १०वीं में ६८त्न बच्चे फस्र्ट व ३१त्न बच्चे सेकंड डिवीजन पास हुए।
रवींद्र ङ्क्षसह, संभागीय संयुक्त संचालक