ये होंगे आयोजन
२७ अक्टूबर को गुरु मुल्ला अफसर खान सिंगापुर से, स्वाति सिन्हा दिल्ली, मनीषा साठे पुणे की एकल कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी।
२८ अक्टूबर को हरियाणा के गिरिराज सिंह भाटी की एकल प्रस्तुति के साथ दिल्ली के जितेंद्र महाराज के ग्रुप द्वारा समूह कथक नृत्य एवं सिंगापुर के गुरु चरण गिरधर चांद द्वारा एकल नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
२९ अक्टूबर को दिल्ली की अर्चना सिंह एवं कोलकाता की मधुमिता रॉय द्वारा एकल नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। इसके प्रश्चात नई दिल्ली के कथक केंद्र के रेपर्टरी कलाकार गुरु पं. राजेंद्र गंगानी के निर्देशन में समूह नृत्य की प्रस्तुति होगी।
३० अक्टूबर को जर्मनी से पदमविभूषण बिरजू महाराज की शिष्या दुर्गा आर्य अपनी एकल प्रस्तुति देगी। इसके बाद पं. राजेंद्र गंगानी के निर्देश में समूह नृत्य और उसके पश्चात पं. गंगानी एकल नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
ये होंगे मुख्य आकर्षण
आयोजन में न सिर्फ देश के बल्कि विदेश के कलाकार भी शिरकत करेंगे। यह पहला अवसर है, जब सिंगापुर के गुरुशरण गिरधर चांद और जर्मनी से पं. बिरजु महाराज की शिष्या दुर्गा आर्य विक्रम कीर्ति मंदिर में प्रस्तुति देंगी। चांद की प्रस्तुति 28 अक्टूबर को तथा दुर्गा आर्य की प्रस्तुति आयोजन के समापन अवसर 30 अक्टूबर को होगी। इनके अलावा गुरु मुल्ला अफसर खान सिंगापुर से, स्वाति सिन्हा दिल्ली, मनीषा साठे पुणे की एकल कथक नृत्य की प्रस्तुति होगी। हरियाणा के गिरिराज सिंह भाटी की एकल प्रस्तुति के साथ दिल्ली के जितेंद्र महाराज के ग्रुप द्वारा समूह कथक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। दिल्ली की अर्चना सिंह एवं कोलकाता की मधुमिता रॉय द्वारा एकल नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। नई दिल्ली के कथक केंद्र के रेपर्टरी कलाकार गुरु पं. राजेंद्र गंगानी के निर्देशन में समूह नृत्य की प्रस्तुति होगी। पं. राजेंद्र गंगानी के निर्देश में समूह नृत्य और उसके पश्चात पं. गंगानी एकल नृत्य की प्रस्तुति देंगे।