उज्जैन

एक ही दिन की बारिश में डूब गया आधा शहर, छतों पर चढ़कर लोगों ने बचाई जान, नदी-नाले उफान पर

उज्जैन स्थित गंभीर डेम 12 घंटे में लबालब भर चुका था। इसके बाद इलाके की निचली बस्तियों और कॉलोनियों के रहवासियों के लिए यह बारिश मुसीबत बन कर टूटी।

उज्जैनAug 23, 2020 / 01:25 pm

Faiz

एक ही दिन की बारिश में डूब गया आधा शहर, छतों पर चढ़कर लोगों ने बचाई जान, नदी-नाले उफान पर

उज्जैन/ मध्य प्रदेश में शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश ने कई शहरों-इलाकों में त्राहिमाम की स्थितियां पैदा कर दी हैं। उज्जैन स्थित गंभीर डेम 12 घंटे में लबालब भर चुका था। इसके बाद इलाके की निचली बस्तियों और कॉलोनियों के रहवासियों के लिए यह बारिश मुसीबत बन कर टूटी। शहर का जल निकासी सिस्टम पूरी तरह फेल हो गया। कई जगह गटरों का पानी घरों में घुस जाने से लोग हलाकान हैं। पांच साल बाद शिप्रा का रौद्र रूप नज़र आया। बाढ़ में बड़ा पुल भी आने से बड़नगर रोड बंद रहा। उफनाती शिप्रा किनारे की बस्तियों के लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया। महापौर मीना जोनवाल ने कहा कि, सोमवार से शहर में फिर से रोज जलप्रदाय होगा।

 

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कहीं नाले चोक तो कहीं पेड़ गिरे

नीलगंगा चौराहा, नागझिरी में नाले में गाद जमा होने से ओवरफ्लो हाे गया। त्रिवेणी विहार, बसंत विहार में पानी भरा। जंतर-मंतर के पक्का पाला में पानी ओवरफ्लो। मुनिनगर, अलखधामनगर, छोटी कमल कॉलोनी, मक्सी रोड उद्योगपुरी में बालाजी तोल कांटा, अभिलाषा कॉलोनी में पानी भर गया। नानाखेड़ा, उद्यन मार्ग पर पेड़ गिर गया।

नाले में आया उफान

नाले का कर्व इतना कम है कि उसे उफनते देर नहीं लगती। रहवासियों के मुताबिक, बारिश न भी हो, तब भी कई बार नाला उफान पर आ जाता है। गंदे पानी का सड़क पर आना आम बात है। इसके अलावा चौराहा चारों ओर से सबसे निचले स्थान पर होने से चारों ओर का पानी वहीं आकर रुक जाता है।

 

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त्रिवेणी के पास स्थित हनुमान चालीसा से ध्यान का केंद्र शांतम बाढ़ में डूबा

इंदौर रोड पर त्रिवेणी के समीप हरियाखेड़ी मार्ग पर स्थित हनुमान चालीसा से ध्यान का केंद्र शांतम शनिवार को शिप्रा की बाढ़ में डूब गया। शिप्रा के किनारे स्थित आश्रम संचालक जीवन प्रबंधन गुरु पं. विजयशंकर मेहता उनके परिजन के साथ प्रशासन ने सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। आश्रम की पहली मंजिल पानी में डूब गई। दो दिन से हो रही लगातार बारिश के कारण शिप्रा का जल स्तर शनिवार को बढ़ता चला गया। देखते ही देखते आश्रम की तल मंजिल में बाढ़ के पानी ने तबाही मचा दी।

 

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इन क्षेत्रों में भी जल जमाव

डिवाइन वैली, सांईधाम नगर, तीन बत्ती, बालाजी एवेन्यू, ढांचा भवन, जवाहरनगर, साकेतनगर, नागझिरी क्षेत्र, शक्तिनगर, एमपीईबी कॉलोनी ज्योतिनगर, लक्ष्मीनगर, वसंतबिहार सेक्टर-ए, राजीवनगर सेंटपॉल के पीछे, नागेश्वरधाम, सूरजनगर, महेशनगर, मालीपुरा, दौलतगंज, नई सड़क, लाल मस्जिद, डाबरी पीठा, केडी गेट, तोपखाना, कोट मोहल्ला, बेगमबाग में जल जमाव हुआ।

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