ऐसे समझें साइबर फ्रॉड का नया तरीका
- दरअसल, यह साइबर धोखाधड़ी का नया तरीका है। इसमें यूजर्स के वाट्सऐप पर +92 नंबर से कॉल आ रहे हैं।
- कॉल करने वाला अपने आप को पुलिस अधिकारी या शासकीय अधिकारी बताता है।
- वाट्सऐप कॉल पर किसी बड़े पुलिस अधिकारी का फोटो उसकी प्रोफाइल में होता है।
- इसके बाद फ्रॉड नंबर बंद करने की धमकी या आपके परिवार के किसी सदस्य को अपराध में गिरफ्तार होने की जानकारी देता है।
- इस बीच अगर आप जरा भी घबराए या फ्रॉड के बहकावे में आए और जानकारी शेयर की तो बैंक खाता खाली होते देर नहीं लगेगी।
- आप किसी बड़े सायबर फ्रॉड या डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो सकते हैं।
पाकिस्तान का कंट्री कोड है +92
+92 भारत का नहीं, यह पाकिस्तान का कंट्री कोड है। इन नंबर से कॉल आने के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इन नंबर से कॉल करने वाला आपको दूरसंचार का अधिकारी, पुलिस अधिकारी, शासकीय अधिकारी या बैंक अधिकारी बता धोखाधड़ी कर सकता है। इस नंबर से आपको अधिकतर वाट्सऐप कॉल पहुंचेंगे। अगर घबराए या फ्रॉड की बातों पर विश्वास किया तो धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं।
ये गलती न करें
- अगर आपके पास फोन आता भी है तो आप सावधान रहें और लम्बे समय तक फोन पर बात ना करें।
- आपके या परिवार से संबंधित कोई भी जानकारी शेयर ना करें।
- गलती से भी फ्रॉड द्वारा भेजी लिंक या मैसेज ओपन न करें और ना ही कॉल करने वाले को बैंक, एटीएम कार्ड या अन्य जानकारी नहीं दें।
- अगर आपके पास इस तरह के फोन आए हैं तो, तुरंत इसकी सूचना संबंधित थाना पुलिस सहित साइबर क्राइम को दें।
बता दें कि मार्च में दूर संचार विभाग ने एडवायजरी जारी करते हुए कहा कि अगर +92 नंबर से फोन आता है तो ऐसी स्थिति में संचार पोर्टल
sancharsathi.gov.in की चक्षु -संदिग्ध धोखाधड़ी संचार रिपोर्ट पर शिकायत दर्ज कराएं। इसके साथ ही अगर आपके साथ साइबर क्राइम या वित्तीय धोखाधड़ी हुई है तो तुरंत
www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें।