दरअसल, बिजली चोरी से जुड़े मामलों में बिजली कंपनी के अधिकारी कर्मचारियों को स्थानीय पुलिस की मदद से उपभोक्ता से पत्राचार करना पड़ता है। इसके बाद भी कई बार पुलिस न पहुंच पाने के कारण कंपनी के अधिकारी-कर्मचारियों को लोगों की अभद्रता और मारपीट तक का सामना करना पड़ता है। शहर में बिजली कंपनी के 9 जोन कार्यालय हैं, जहां आए दिन कर्मचारियों द्वारा शिकायतें की जाती हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए बिजली कंपनियां लंबे समय से शहर में बिजली थाने बनाने की मांग कर रही थीं। शासन स्तर पर स्वीकृति मिलते ही इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा।
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दो दिन पहले मक्सी रोड जोन कार्यालय पर हुई थी तोड़फोड़
बता दें कि दो दिन पहले बिजली कटौती से नाराज उपभोक्ता ने मक्सी रोड जोन कार्यालय परिसर में तोड़फोड़ की थी। कार्यालय बंद होने के बावजूद उपभोक्ता ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। फिलहाल उपभोक्ता की पुष्टि नहीं होने के कारण बिजली कंपनी के अधिकारियों ने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी है। जाहिर है कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए जल्द ही बिजली कंपनी के पास खुद के थाना और पुलिस होगी।
यहां भी हो चुके अधिरारियों पर हमले
बिजली कंपनी के अनुसार हाल ही में पिपलीनाका क्षेत्र में जेई और एई स्तर के अधिकारियों के साथ मारपीट और पत्थराव की घटना सामने आई थी। ऐसे कुछ मामलों में कोतवाली, माधवनगर और जीवजीगंज थाने में भी एफआईआर दर्ज की जा चुकी है।