हाथ में तख्ती और पीठ पर एक पोस्टर लेकर एक शख्स उज्जैन जिले में घूम रहा है। इस दौरान उसके साथ एक महिला भी कदम से कदम मिलाकर विरोध स्वरूप चल रही है। बता दें कि, इस तरह अनोखे ढंग से विरोध करने वाले दोनों भाई बहन हैं, जो तराना तहसील के ग्राम कनासिया में रहने वाले हैं। विरोध कर रहे युवक का नाम सुखराम है, जबकि उनके साथ उनकी बहन सुगनबाई भी हैं। बताया जा रहा है कि, सुखराम और सुगनबाई के गांव की जमीन पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया है।
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सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
सड़क पर पैदल चले जा रहे ये भाई – बहन सिस्टम से नाराज हैं। दोनों का कहना है कि, सरकारी तंत्र ने उन्हें दुख पहुंचाया है, जिसकी गुहार ये दोनों पिछले 6 महीनों से एक दफ्तर से दूसरे दफ्तार और एक अफसर से दूसरे के सामने लगा रहे थे, लेकिन तमाम जद्दोजहद के बावजूद उन्हें किसी भी दर से न्याय नहीं मिला, जिसके चलते उन्होंने न्याय की आस में इस अनोखे तरीके को अपना लिया है। सुखराम के मुताबिक, वो मजदूरी का काम करता है। गांव में उसकी दो बीघा जमीन है, जिसे गांव के ही चार दबंगों मिलकर कब्जा लिया है।
काम छोड़कर मजबूरन करना पड़ रहा विरोध
पीड़ित सुखराम भारती ने संबंधित चार लोगों पर उनके काका लक्ष्मीनारायण को धीमा जहर देकर मारने के भी आरोप लगाए। पीड़ित के अनुसार, वो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार इसकी शिकायत कर चुका है, लेकिन अबतक किसी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही वजह है कि, अब उसे और उसकी बहन को रोजाना की आजीविका के जरिए छोड़कर इस तरह हाथ में तख्ती लेकर सड़कों पर विरोध स्वरूप चलना पड़ रहा है।
टेप रिकॉर्डर बजाते हुए सड़क पर प्रदर्शन
हाथ में तख्ती लेकर चल रहे सुखराम फिल्म अंधा कानून का गीत ये अंधा कानून है… टेप रिकॉर्डर पर बजाते हुए उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी कार्रवाई के लिए आवेदन दिया। यही नहीं, सुखराम भोपाल के पुलिस मुख्यालय में भी कार्रवाई के लिए गुहार लगा चुके हैं। इसके अलावा वो मध्य प्रदेश भाजपा कार्यालय के बाहर धरना देने की भी चेतावनी दे चुके हैं।वहीं, दूसरी तरफ सुखराम और उनकी बहन द्वारा किया जा रहा ये अनोखा प्रदर्शन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है। लोग भी सिस्टम को लेकर अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं बनाने लगे हैं। हालांकि, अब देखना ये है कि, पीड़ित पक्ष को न्याय मिलता है या नहीं।