उज्जैन. जिले में म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) इन्फेक्शन का खतरा बढ़ रहा है। इस बीमारी से निपटने के लिए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में शुरू की गई 15 बेड की म्यूकरमाइकोसिस उपचार युनिट दो दिन में ही छोटी पड़ गई और इसकी क्षमता बढ़ाना पड़ी है। शनिवार को अस्पताल में में ब्लैक फंगल इन्फेक्शन (black fungus infection) के 18 मरीज भर्ती थे। इनमें दो मरीज कोरोना पॉजिटिव हैं वहीं 5 की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
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आरडी गार्डी अस्पताल की मयूकरमाइकोसिस युनिट में शुक्रवार को 12 मरीज भर्ती थे जो बढ़कर शनिवार को 18 हो गए। युनिट की शुरुआत में 15 बेड की व्यवस्था की गई थी लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते यहां बेड की व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है। इधर मरीजों के मामले अभी थमे नहीं है। ऐसे में आने वाले दिनों में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या और बढऩे की आशंका है।
दो मरीजों का ऑपरेशन किया
आरडी गार्डी इ एंड टी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. सुधाकर वैद्य ने बताया कि शनिवार को दो मरीजों का आपरेशन किया गया। इससे पूर्व चार मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। आने वाले दिनों में कुछ और मरीजों के ऑपरेशन किए जाएंगे।
और दवाई की समस्या बरकरार
कोरोना के बाद कई मरीज ब्लैक फंगल इन्फेकशन की समस्या से जूझ ही रहे हैं, बड़ी समस्या इसके उपचार में उपयोग होने वाली जरूरी दवा की कमी भी बन गई है। फंगल इन्फेक्शन रोकने के लिए मरीजों को एम्फोटेरेसिन-बी इंजेक्शन दिया जाता है लेकिन यह बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिए है कि इंजेक्शन की कालाबाजारी न हो, इसकी व्यवस्था की जाए।