इस नए नियम के मुताबिक अब श्रद्धालुओं को कलाई पर रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) बैंड बांधना होगा। इस बैंड को बांधने के बाद ही भक्तों को महाकाल की भस्म आरती में प्रवेश (now bham aarti entry after wearing RFID Band) मिलेगा।
इसी महीने से हो रहा लागू
उज्जैन के महाकाल मंदिर में मंदिर समिति (Mahakal Mandir Samiti) इसी माह सितंबर से इसे लागू करने जा रही है। इससे अब महाकाल मंदिर में गलत तरीके से प्रवेश करने वालों पर रोक लगेगी। अभी 1600 श्रद्धालुओं को भस्म आरती में प्रवेश मिलता है। 300 ऑफलाइन और 400 भक्त ऑनलाइन बुकिंग कराने वाले होते हैं।फ्लैप बैरियर से बढ़ेगी सुरक्षा
वहीं मंदिर में एंट्री के लिए अब फ्लैप बैरियर का इस्तेमाल किया जाएगा। बता दें कि फ्लैप बैरियर का इस्तेमाल लोगों की आवाजाही को कंट्रोल करने के लिए किया जाता है। इसे कार्ड एक्सेस, स्कैनर एक्सेस और फिंगर प्रिंट से भी जोड़ा जा सकता है।
RFID से कैसे रुकेगा अवैध एंट्री?
मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ कहते हैं कि मंदिर के मुख्य द्वार पर फ्लैप बैरियर लगाए जाएंगे। इससे इन आरएफआईडी रिस्ट बैंड को जोड़ा जाएगा। बैरियर इन्हीं रिस्ट बैंड के जरिए खुलेंगे। यह टेक्नोलॉजी एयरपोर्ट और मेट्रो स्टेशन्स पर यूज की जाती है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में हम इसे प्रायोग के तौर पर ही लागू कर रहे हैं। ये भी पढ़ें: Weather Alert: MP में एक साथ 3 सिस्टम एक्टिव, अति भारी बारिश का RED ALERT, 8 जिलों में छुट्टी घोषित IMD ALERT: डीप डिप्रेशन ला रहा तबाही, अगले 24 घंटे पड़ेंगे भारी