दरअसल, महाकाल पुलिस ने गुरुवार को दर्शन के नाम पर भक्तों से वसूली के मामले में 6 कर्मचारियों पर धोखाधड़ी, अमानत में खयानत की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर सभी को राउंडअप किया है। महाकाल क्षेत्र के सीएसपी ओपी मिश्रा ने बताया कि आरोपी विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव के मोबाइल पर कुछ ट्रांजेक्शन सामने आए हैं। ये ट्रांजेक्शन जिला प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडपम् प्रभारी राजेंद्र सिसौदिया, आइटी सेल के राजकुमार सिंह और भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा सहित क्रिस्टल कंपनी के जितेन्द्र पंवार और ओमप्रकाश माली के साथ मिले हैं। इसी आधार पर 6 कर्मचारियों को राउंडअप कर केस दर्ज किया।
श्रीवास्तव-चौकसे को जेल भेजा
महाकाल मंदिर के नंदी मंडपम् प्रभारी राकेश श्रीवास्तव और सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे को दो दिन की रिमांड पूरी होने के बाद गुरुवार को फिर कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने दो दिन की और रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इनकार करते हुए दोनों को जेल भेज दिया।
यह है पूरा मामला
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने 19 दिसंबर यूपी और गुजरात के दो परिवार के 6 सदस्यों को नंदी हॉल में पकड़ा, तो उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति 1100 रुपए देकर दर्शन करने पहुंचे हैं। इसके बाद मंदिर प्रशासन ने पुरोहित अजय शर्मा उर्फ अज्जू गुरु, पुरोहित प्रतिनिधि राजेश भट्ट उर्फ पत्ती गुरु और सेवक कुणाल शर्मा पर केस दर्ज किया। जांच के बाद महाकाल मंदिर के नंदी मंडपम् प्रभारी राकेश श्रीवास्तव और सफाई निरीक्षक विनोद चौकसे पर केस दर्ज किया। इनके मोबाइल की जांच के बाद प्रोटोकॉल प्रभारी अभिषेक भार्गव, सभा मंडपम प्रभारी राजेंद्र सिसौदिया, आइटी सेल के राजकुमार सिंह और भस्म आरती प्रभारी रितेश शर्मा, क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारी जितेन्द्र पंवार और ओमप्रकाश माली पर केस दर्ज किया गया। इस दौरान 4 क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया। इस तरह वसूली गैंग के मामले में 11 लोगों पर केस दर्ज किया। चार को निलंबित किया जबकि मंदिर प्रशासक को पद से हटाया।
इस पूरे मामले पर एसपी प्रदीप शर्मा का कहना है कि आरोपी विनोद चौकसे और राकेश श्रीवास्तव के मोबाइल के मोबाइल फोन से चैटिंग और कुछ ट्रांजेक्शन सामने आया था। इसमें 6 और आरोपी सामने आए। इन आरोपियों से पूछताछ के बाद और नाम सामने आने की संभावना है। बैंक खातों का ट्रांजेक्शन और मोबाइल डाटा खंगाला जा रहा है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ को प्रशासनिक प्रकि्रया के अनुरूप हटा दिया है। अभी किसी को प्रशासक का प्रभार नहीं दिया है। पुलिस ने 6 कर्मचारियों पर प्रकरण दर्ज किया है जबकि 6 अन्य की जांच जारी है।