विभिन्न राजघरानों के मुखिया होंगे शामिल
कार्यक्रम को लेकर विशेष जानकारी देते हुए पूर्व राजपरिवार के सदस्य ने बताया कि करीब 40 साल बाद मेवाड़ की राजगद्दी पर महाराणा बिराजने का दस्तूर की परंपरा का निर्वहन होने जा रहा है। यह उत्सव मेवाड़ के सभी समाजों और साधु-संतों की मौजूदगी में होगा। मेवाड़ के सभी जागीरदार पारंपरिक वेशभूषा में इसमें शामिल होंगे। वहीं, विभिन्न राजघरानों के मुखिया भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा राजनीतिक, सांस्कृतिक, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों की हस्तियां भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगी। पूर्व राजपरिवार के सदस्य ने बताया कि राजगद्दी पर बैठने की परंपरा पूरी होने के उपरांत महाराणा को एकलिंगनाथ मंदिर जाने की परंपरा है, जहां भगवान एकलिंगनाथ के आशीर्वाद से पुजारी महाराणा का शोक समाप्त करते हैं और उनका रंग बदलते हैं। फिर महाराणा सफेद की जगह रंगीन पगड़ी पहनेंगे। उसके बाद शाम को समोर बाग पैलेस में रंग दस्तूर कार्यक्रम का आयोजन होगा, जिसमें महाराणा अपने परिवार के सदस्यों और सभी उमरावों और बतीसा को रंग देते हैं, ताकि सभी एक ही रंग की मेवाड़ी पगड़ी पहन सकें।