ये खिताब बड़ी उपलिब्ध, सपना सच हुआ 24 वर्षीय प्रवीणा ने राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में बताया कि उनके पिता जगदीश आंजना किसान हैं और मां शांति गृहिणी। वे खुद चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, लेकिन मॉडलिंग के शौक के चलते पहली बार इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया और पहली बार में ही विनर चुनी गईं। प्रवीणा ने बताया कि मिस इंटरनेशनल इंडिया का खिताब उनके लिए बड़ी उपलिब्ध है। उनके भाई लोकेश ने इस सफर में उनका बहुत सहयोग किया और इस सपने को सच किया। पापा-मम्मी को जब विनर बनने के बारे में पता चला तो वे पहले चौंक गए लेकिन बाद में उनकी खुशी सातवें आसमान पर थी।
जितना नेचुरल रहोगे, उतना अच्छा प्रवीणा ने बताया कि इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेेने के लिए उन्होंने बहुत तैयारी की। वे ऑफिस जाने के साथ ही इसके लिए भी समय निकालती थीं। जब फाइनलिस्ट में नाम आया तब बिल्कुल सपने जैसा ही लग रहा था, लेकिन जब विनर चुना गया तब लगा कि जो सपना देखा वो पूरा हुआ। प्रवीणा के अनुसार, ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हम जितना नेचुरल रहते हैं, उतना ही अच्छा है। यही मेरी ताकत साबित हुआ। अब मैं मिस इंटरनेशनल कॉन्टेस्ट की तैयारी करूंगी। मिस इंटरनेशनल प्रतियोगिता का 61वां संस्करण 26 अक्टूबर को जापान में होगा। इसके लिए इंटरनेशनल मेंटर तैयारी कराएंगे।