यह है कर्मचारियों की स्थिति उदयपुर आगार में 450 के करीब कर्मचारी है। इनमें से 50 कर्मचारी सहारा के माध्यम से लगे हुए हैं। हड़ताल के दौरान 400 कर्मचारियों मंे से 60 कर्मचारियों ने नियमित हस्ताक्षर किए। इन 60 कर्मचारियों में से भी 14 एेसे कर्मचारी है जिन्होंने विरोध स्वरूप दो दिन का सामूहिक अवकाश लिया। एेसे में केवल 56 लोगों को ही पूरा वेतन मिल पाएगा।90 लाख की जगह 40 लाख रुपएउदयपुर आगार में प्रतिमाह करीब 90 लाख रुपए का वेतन बनता है। इस बार हड़ताल के चलते मात्र 40 से 42 लाख रुपए का ही वेतन बनेगा। इसके अलावा जो आय रोडवेज को होनी चाहिए वह आय भी गत माह नहीं हो पाई है। एेसे में यह वेतन कब मिलेगा यह कहना मुश्किल है।
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बिन काम के वेतन हड़ताल करने वाले कर्मचारी रोडवेज के संयुक्त मोर्चा के बैनर के तले बैठे थे। इसमें अधिकांश कर्मचारी संगठनों के कर्मचारी शामिल थे। कुछ कर्मचारियों ने इनको समर्थन नहीं दिया था। एेसे में वे प्रतिदिन हस्ताक्षर कर रहे थे, बसों को आवागमन बंद होने के चलते काम कुछ नहीं हो रहा था। एेसे में जिन कर्मचारियों का पूरा वेतन बनेगा उन्हें बिना काम के ही वेतन मिलेगा।अगले माह भी कटकर मिलेगा वेतनरोडवेज की हड़ताल ६ अक्टूबर तक चली। एेसे में इस माह के वेतन में भी छह दिन की कटौती होगी। एेसे में नवंबर माह में बनने वाले वेतन में भी अधिकांश कर्मचारियों के वेतन में छह दिन की कटौती होगी।