अगस्त के अंतिम सप्ताह में लगातार बरसात से सड़कों की हालत बिगड़ी थी। इसके बाद कई दिनों तक तो सुध नहीं ली गई। बरसात का दौर थमे भी करीब 15 दिन हो चुके हैं, लेकिन सड़कों को सुधारने की गति इतनी धीमी है कि सितबर खत्म होने तक भी सुधार होता नहीं दिख रहा है। हालांकि मुय चौराहों से जुड़ी कुछ सड़कों पर पेचवर्क किया गया है। सूखे बीत रहे दिनों में सड़कों से उठ रही धूल आफत बन रही है। अधिकांश सड़कों पर धूल के कारण स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी बढ़ रही है।
पर्यटक भी खा रहे हिचकोले
शहर
में आने वाले पर्यटक भी खराब सड़कों की स्थिति से परेशान है। अहमदाबाद मार्ग से शहर में प्रवेश करते हुए पटेल सर्कल तक कई जगह ऐसी आती है, जहां सड़क पर गड्ढे हो रहे हैं। इसी तरह से सुखेर मार्ग की हालत भी अच्छी नहीं है। इधर, शहर से जुडऩे वाले अन्य रास्तों की हालत भी खराब है।
परेशानी भरे रास्ते कई
शहर में कुछ रास्ते ऐसे हैं, जो कानूनी प्रक्रिया में उलझे हुए हैं। ऐसे में वहां पहले ही पक्की सड़क नहीं बन पाई थी। अब बरसात के बाद बिगड़े हालात से ऐसे रास्तों से गुजरना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे रास्तों में आयड़ पुलिया आइनॉक्स से दुर्गा नर्सरी से जुड़े मार्ग और टेकरी-मादड़ी लिंक रोड से नए 100 फीट रोड के बीच ऐसी स्थिति है। ऐसे शहर में और भी मार्ग है, जहां से गुजरना मुश्किल भरा है।