उदयपुर

आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए अब स्पेशल ऑपरेशन, इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम पहुंची गोगुंदा

गोगुंदा क्षेत्र में सात जनों को शिकार बना चुके आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए वन विभाग ने शुक्रवार से स्पेशल ऑपरेशन शुरू किया है। इसके लिए जयपुर मुख्यालय के निर्देश पर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (इआरटी) गोगुंदा पहुंच गई है।

उदयपुरOct 04, 2024 / 08:35 pm

Kamlesh Sharma

उदयपुर। गोगुंदा क्षेत्र में सात जनों को शिकार बना चुके आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए वन विभाग ने शुक्रवार से स्पेशल ऑपरेशन शुरू किया है। इसके लिए जयपुर मुख्यालय के निर्देश पर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम (इआरटी) गोगुंदा पहुंच गई है। पहली टीम 4 से 6 अक्टूबर तक गोगुंदा में रहेगी। इसे सीसीएफ वाइल्ड लाइफ जयपुर टी. मोहन राज लीड कर रहे हैं। इनके साथ टीम में सरिस्का के फील्ड डायरेक्टर संग्राम सिंह और रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के डीसीएफ संजीव शर्मा शामिल हैं।
जयपुर से आए अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक वेंकटेश शर्मा (श्रम एवं विधि) व मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) उदयपुर एसआरवी मूर्थि अभियान का समन्वय कर रहे हैं। स्पेशल ऑपरेशन के तहत पैंथर के सर्च में लगी टीमों में बदलाव किया गया है। दस से बढ़ाकर टीमों की संख्या 13 की गई है। वन विभाग के एक-एक रेंजर इन टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं। इन टीमों में वनकर्मी, पुलिस व स्थानीय स्वयं सेवक शामिल हैं। पूरे ऑपरेशन के संचालन के लिए पांच ग्रुप बनाए गए हैं। इनकी जिम्मेदारी क्षेत्रीय वन अधिकारी स्तर के एक-एक अफसर संभाल रहे हैं। प्रदेशभर से बुलाए गए शूटर भी इन टीमों में शामिल हैं। फील्ड में उपखंड अधिकारी डॉ. नरेश सोनी, उपवन संरक्षक मुकेश सैनी और अजय चित्तौड़ा समन्वय देख रहे हैं।

ऑपरेशन लम्बा चला तो बदलेगी टीम

यदि मौजूदा टीम को सफलता नहीं मिलती है तो दूसरी टीम 7 से 9 अक्टूबर तक स्पेशल ऑपरेशन चलाएगी। दूसरी टीम में अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राजेश गुप्ता, रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर अनूप के आर और केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर के डीसीएफ मानस सिंह उदयपुर आएंगे।

ग्रामीणों के हमले के बाद बदली रणनीति

गौरतलब है कि गुरुवार शाम को पैंथर के दिखने के बाद भी वन विभाग की त्वरित कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोशित हुए ग्रामीणों ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया था। जिससे ज्यादातर वनकर्मी जान बचाने के लिए मौके से बाहर हाइवे पर आ गए थे। रात को जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने पहुंच कर ग्रामीणों से समझाइश की । इस घटना के बाद वन विभाग के जयपुर मुख्यालय से मिले निर्देशानुसार रणनीति में बदलाव किया गया। ग्रामीणों ने भी शुक्रवार को सवेरे 10 से 12 बजे तक सर्च अभियान में शामिल होकर पैंथर को तलाशने का काम किया। इसके बाद पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी पहुंच गया।
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दो कंट्रोल रूम बनाए

ग्रामीणों की ओर से गुरुवार शाम वनकर्मियों पर हमले के बाद पैंथर के सर्च ऑपरेशन के लिए एक की जगह दो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। इनमें एक कंट्रोल रूम गोगुंदा में वन विभाग के रेंज कार्यालय में स्थापित किया है। जहां से ऑपरेशन का समन्वय किया जा रहा है। वहीं एक कंट्रोल रूम राठौड़ाें का गुढा के सरकारी स्कूल से चल रहा है। जहां ग्रामीणों ने धावा बोल दिया था। यहां से ऑपरेशन को क्रियान्वित किया जा रहा है।

ऑपरेशन की बनाई रणनीति

स्पेशल ऑपरेशन के लिए इआरटी टीम गोगुंदा पहुंच चुकी है। इनके नेतृत्व में ऑपरेशन की रणनीति बनाई गई है। जल्द ही पैंथर को ट्रैंक्यूलाइज किया जाएगा। यदि ट्रैंक्यूलाइज करने में सफलता नहीं मिली तो शूट करना अंतिम रास्ता होगा।
सुनील छिद्री, मुख्य वन संरक्षक उदयपुर

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