घटना से आक्रोशित हिंदू संगठनों ने अस्पताल परिसर से बाहर निकलकर चेतक सर्कल, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, बापू बाजार, घंटाघर, बड़ा बाजार, मुखर्जी चौक आदि क्षेत्रों में बाजार बंद (Udaipur Violence) करवाए। सरदारपुरा, हॉस्पिटल रोड पर 6 से अधिक वाहनों को आग लगा दी। करीब दस वाहनों में तोड़फोड़ की गई। बाजारों में भी दो धर्म स्थल, दो मॉल और कई बंद दुकानों के बाहर तोड़फोड़ की गई। भीड़ को काबू में करने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। इसी तरह से शहर के आयड़ क्षेत्र में भी तोड़फोड़ और प्रदर्शन किया गया।
यह था घटनाक्रम
सूरजपोल क्षेत्र के भट्टियानी चौहटा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के बाहर छात्रों में आपसी कहासुनी के बाद चाकूवार की घटना हुई। घायल और हमलावार दोनों दसवीं कक्षा के छात्र हैं। किसी बात को लेकर दोनों में बहस हुई थी। घटना स्कूल से कुछ ही दूरी पर हुई थी। छात्र के पैर व शरीर के अन्य हिस्सों पर चाकू से दो-तीन वार किए। घायल छात्र के चिल्लाने पर शिक्षक दौड़कर पहुंचे। पुलिस भी मौके पर पहुंची। स्कूल और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल हो गया। घायल छात्र को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। एमबी हॉस्पिटल में उपचाररत छात्र की स्थिति नाजुक बनी हुई है। यह भी पढ़ें
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जनप्रतिनिधियों की बैठक में लगे आरोप
शाम होते-होते स्थिति काबू होने के बाद प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों की बैठक बुलाई। इस दौरान सांसद डॉ. मन्नालाल रावत राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया, शहर विधायक ताराचंद जैन, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, उप जिला प्रमुख पुष्कर तेली, भाजपा शहर जिलाध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, देहात जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान, उपमहापौर पारस सिंघवी, भाजपा नेता प्रमोद सामर, महेंद्रसिंह शेखावत शामिल हुए। कलक्टर अरविंद पोसवाल, एसपी योगेश गोयल, डीआईजी राजेंद्र प्रसाद गोयल, आदि मौजूद रहे। अधिकारियों जनप्रतिनिधियों से आग्रह किया कि प्रदर्शनकारियों से समझाइश करें। इधर, जनप्रतिनिधियों ने संगठनों का कथित नेतृत्व करने वालों के साथ ही कुछ पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए। उन्हें शहर से हटाने की मांग रखी। बैठक में गजपालसिंह, प्रेम ओबरावल सहित कई लोग मौजूद थे।