उदयपुर से डूंगरपुर तक इलेक्ट्रीफिकेशन का काम हो चुका है। इस रूट पर इलेक्ट्रिक इंजन से रेलगाड़ियां भी दौड़ने लगी है। इसके आगे उत्तर-पश्चिम रेलवे के अधीन डूंगरपर से हिम्मतनगर तक इलेक्ट्रीफिकेशन का काम तेजी से किया जा रहा है। वर्तमान में पूरे रूट पर पिलर लगा दिए गए हैं।
वीरावाड़ा तक तार भी खींच दिए गए हैं। तार खींचने का काम दिन और रात किया जा रहा हैं। कुछ स्थान ऐसे हैं, जिन पर तकनीकी परेशानी आ रही थी। वहां बीच-बीच में छोटा-छोटा काम बाकि है। इस काम को वरिष्ठ इंजीनियरों की देखरेख में पूरा किया जा रहा है।
उच्चाधिकारियों का हो सकता है दौरा
रेलवे सूत्रों के अनुसार जिस तेजी से काम चल रहा है उससे जल्द ही दिल्ली से रेलवे के विद्युतीकरण से संबंधित उच्चाधिकारियों का निरीक्षण होने की संभावना है। इस निरीक्षण के बाद लाइन की जांच होगी। ऐसे में संभावना यह भी जताई जा रही है कि 15 जून तक इस लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन चला दिया जाए। यह भी पढ़ें