उदयपुर

हरियाली अमावस्या का मेला नहीं लगेगा, दो साल में 2.30 करोड़ का राजस्व घाटा

हरियाली अमावस्या का मेला नहीं लगेगा, दो साल में 2.30 करोड़ का राजस्व घाटा

उदयपुरAug 07, 2021 / 07:24 pm

Mohammed illiyas

हरियाली अमावस्या का मेला नहीं लगेगा, दो साल में 2.30 करोड़ का राजस्व घाटा

मोहम्मद इलियास/उदयपुर
कोविड की महामारी के चलते इस साल भी हरियाली अमास्या का मेला नहीं भरा जाएगा। दो साल से लगातार मेला नहीं लगने से निगम को अब तक करीब 2.30 करोड़ का राजस्व का नुकसान हुआ है।
यह निर्णय बुधवार को निगम के प्रचार-प्रसार पुस्तकालय एवं सांस्कृतिक समिति की बैठक में लिया गया। समिति अध्यक्ष चंद्रकला बोल्या ने बताया कि बैठक में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले हरियाली अमावस्या मेले के आयोजन को लेकर विचार किया गया, उसके बाद राज्य सरकार की कोविड गाइडलाइन की पालना के अनुसार मेेले का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि मेले का इंतजार उदयपुर एवं इसके आस पास के क्षेत्रों सहित अन्य राज्यों के सेलानियो को भी रहता है। हजारों की संख्या में यहां मेलार्थी पहुंचते हैं।

पुराने समय से लग रहा है मेला
मेवाड़़ में वर्ष 1899 में तत्कालीन महाराणा फतहसिंह ने इस मेले की शुरूआत की थी जो आज तक चल रहा है। महाराणा ने अपनी पत्नी महारानी की इच्छा पर इस मेले को एक दिन से बढ़ाकर दो दिन किया था। दूसरा दिन केवल महिलाओं के लिए यह मेला लगता है। मेले में स्थानीय लोगों के साथ ही आदिवासी बहुल क्षेत्र के ग्रामीणों की आवाजावी रहती है।

अब तक इतना आता रहा मेले से राजस्व
मेला शुल्क
2017-18 – 83.08
2018-19 -66.45
2019-20 -115.97
2020-21 – 0
2019-20 की तुलना में 2020-21 में -115.97 घाटा
लोककला मंडल से चौराहे का सामर के नाम से नामकरण
समिति की बैठक में शहर के चौराहों एवं मार्गो के नामकरण में भारतीय लोक कला मंडल के बाहर सर्कल का नामकरण पद्म श्री देवीलाल सामर के नाम पर रखने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई। सामर ने 1952 में भारतीय लोक कला मंडल की स्थापना कर आदिम लोक कलाओं के संरक्षण, प्रोत्साहन तथा प्रचार प्रसार के लिए अतुलनीय योगदान दिया है इसलिए प्रस्ताव का समर्थन करते हुए समिति ने अग्रिम कार्यवाही के लिए संभागीय आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली बैठक में प्रेषित करने का निर्णय लिया।

Hindi News / Udaipur / हरियाली अमावस्या का मेला नहीं लगेगा, दो साल में 2.30 करोड़ का राजस्व घाटा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.