शहर में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों होटलों व शो-रूम पर ग्राहकों तथा पर्यटकों को बुलाने के लिए व्यापारियों ने स्वयं व स्टॉफ के वैक्सीन के बाद शत प्रतिशत वैक्सीनेटड के बोर्ड लगाए है ताकि आगन्तुक को वह संदेश दे सके कि आप घबराए नहीं, यहां आप पूरी तरह से सुरक्षित है। कई शो-रूम पर तो कार्यरत कार्मिक अपने कपड़ों पर वैक्सीनेशन का बेच लगाकर संदेश दे रहे है कि उन्होंने टीकाकरण करवा रखा है।
कोरोना में मंदी की मार झेल चुके व्यापारी पर्यटन नगरी होने से ग्राहकों व पर्यटकों को बोर्ड में लगाकर उन्हें बुलावा दे रहे है ताकि वे शो-रूम, होटल व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर उनकी आवाजावी बनी रहे। शहर में ज्यादातर शो-रूम व प्रतिष्ठान एयरकंडीशनर है। कई सारे लोग एक साथ प्रवेश करे तो संक्रमण का खतरा बना रहता है, इसको देखते हुए जागरुक नागरिकों बहुत कम आ रहे थे। इसी का देखते हुए इन प्रतिष्ठानों द्वारा बोर्ड व बेच लगाने का यह कदम स्वयं के प्रतिष्ठान के ग्राहकों को बढ़ावा देने के साथ ही आमजन को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रहा है।
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क्यो जरूरी है वैक्सीनेशन
वेक्सीनेशन की एक स्टडी के अनुसार को वैक्सीन की पहली डोज लगाने वाले 9.35 लाख लोगों की स्टडी की गई तो महज .4 फीसदी पॉजिटिव केस पाए गए। इसी प्रकार कोवि शील्ड लगाने वाले 11.6 करोड़ लोगों पर तो मात्र .2 प्रतिशत पॉजिटिव केस सामने आए। इस प्रकार वैक्सीन संक्रमण की गंभीरता को रोकने के लिए कारगर है। इससे तीसरी लहर की गंभीरता पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा। वैक्सीनेशन बीमारी की गंभीरता के साथ-साथ बीमारी अस्पताल में भर्ती मे से होने वाली मृत्युको भी कम करता है।
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1 मार्च से 3 अगस्त तक वैक्सीनेशन
पहली डोज – 309223
दूसरी डोज – 132603
कुल – 441826
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तेजी से टीकाकरण करने का प्रयास कर रह है। शहर के साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर रूझान बढ़ा हे जो एक पॉजिटिव संकेत है।
अशोक आदित्य, आरसीएचओ
कोरोना में मंदी की मार झेल चुके व्यापारी पर्यटन नगरी होने से ग्राहकों व पर्यटकों को बोर्ड में लगाकर उन्हें बुलावा दे रहे है ताकि वे शो-रूम, होटल व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर उनकी आवाजावी बनी रहे। शहर में ज्यादातर शो-रूम व प्रतिष्ठान एयरकंडीशनर है। कई सारे लोग एक साथ प्रवेश करे तो संक्रमण का खतरा बना रहता है, इसको देखते हुए जागरुक नागरिकों बहुत कम आ रहे थे। इसी का देखते हुए इन प्रतिष्ठानों द्वारा बोर्ड व बेच लगाने का यह कदम स्वयं के प्रतिष्ठान के ग्राहकों को बढ़ावा देने के साथ ही आमजन को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रहा है।
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क्यो जरूरी है वैक्सीनेशन
वेक्सीनेशन की एक स्टडी के अनुसार को वैक्सीन की पहली डोज लगाने वाले 9.35 लाख लोगों की स्टडी की गई तो महज .4 फीसदी पॉजिटिव केस पाए गए। इसी प्रकार कोवि शील्ड लगाने वाले 11.6 करोड़ लोगों पर तो मात्र .2 प्रतिशत पॉजिटिव केस सामने आए। इस प्रकार वैक्सीन संक्रमण की गंभीरता को रोकने के लिए कारगर है। इससे तीसरी लहर की गंभीरता पर काफी हद तक काबू पाया जा सकेगा। वैक्सीनेशन बीमारी की गंभीरता के साथ-साथ बीमारी अस्पताल में भर्ती मे से होने वाली मृत्युको भी कम करता है।
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1 मार्च से 3 अगस्त तक वैक्सीनेशन
पहली डोज – 309223
दूसरी डोज – 132603
कुल – 441826
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तेजी से टीकाकरण करने का प्रयास कर रह है। शहर के साथ ही आदिवासी क्षेत्रों में टीकाकरण को लेकर रूझान बढ़ा हे जो एक पॉजिटिव संकेत है।
अशोक आदित्य, आरसीएचओ