ग्रामीणों के अनुसार ढीमड़ी गांव में नरेगा के तहत कार्यों में फर्जी लोगों के नाम दर्शाए गए थे। इसकी शिकायत उपखंड अधिकारी से की। इस दरमियान पीसीसी सदस्य रामलाल गाड़री ने गांव का मामला गांव में निपटाने की बात कही। इधर, उप प्रधान मोहब्बत सिंह ने शिकायतकर्ता का समर्थन करते हुए शिकायत दर्ज कराने को कहा। इस बात पर पीसीसी सदस्य एवं उप प्रधान के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। इस दौरान शिविर में मौजूद उपखंड अधिकारी एवं तहसीलदार सहित समस्त अधिकारी व कर्मचारी देखते रह गए। अधिकारियों ने बीच बचाव करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ। वहीं उपखंड अधिकारी ने शिकायतकर्ता से शिकायत पत्र प्राप्त कर इस मामले में जांच के आदेश दिए। घटनाक्रम के दौरान उपखंड अधिकारी मणिलाल, तहसीलदार हिम्मत सिंह राव, विकास अधिकारी मुकेश परमार, जलदाय विभाग के सहायक अभियंता, विद्युत विभाग सहित सभी विभागों के अधिकारी एवं पूर्व विधायक हीरालाल दरांगी, पूर्व सरपंच हरजीराम वडेरा, उप सरपंच नारायणलाल गाड़री सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे।
उप प्रधान ने लगाया जानलेवा हमले व मारपीट का आरोप – उप प्रधान मोहब्बत सिंह राणावत ने पुलिस थाना झाड़ोल में रिपोर्ट देकर बताया कि शिविर के बाद पीसीसी सदस्य रामलाल गाड़री के परिजनों ने अन्य लोगों के सहयोग से धारदार हथियारों से मारने की कोशिश की। इस घटना के समय जैसे तैसे भागकर जान बचाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी है।
इनका कहना ढीमड़ी गांव के ग्रामीणों ने महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत कराए गए कार्यों में गड़बड़ी से संबंधित शिकायत की है। मामले की जांच के लिए जांच कमेटी बना दी गई है।
मुकेश कुमार परमार विकास अधिकारी, पंचायत समिति झाड़ोल ढीमड़ी गांव के कुछ ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे। पीसीसी सदस्य द्वारा उन्हें शिकायत नहीं करने का दबाव बनाया जा रहा था। इस बीच मेरे द्वारा ग्रामीणों को शिकायत दर्ज करवाने के लिए कहा गया। इस पर गुस्साए पीसीसी सदस्य ने शिविर समाप्त होने के बाद परिजन व अन्य लोगों के सहयोग से मुझ पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला करने की कोशिश की। मैंने पुलिस थाना झाड़ोल में मामला दर्ज करवाया है।
मोहब्बत सिंह राणावत उप प्रधान, पंचायत समिति झाड़ोल शिविर में ढीमड़ी के ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे थे। मैंने ग्रामीणों को कहा कि गांव का मामला गांव में ही निपटा लो। इसी बीच वहां मौजूद उप प्रधान मोहब्बत सिंह ने कहा कि ग्रामीणों को शिकायत करने दो। इसी बात को लेकर बीच नोक झोंक हो गई। धारदार हथियारों से हमले व मारपीट जैसा कोई मामला नहीं हुआ है। घटना के वक्त सभी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार है।
रामलाल गाड़री पीसीसी सदस्य, उदयपुर