इसमें से वे एक गांधी चश्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करेंगे। डॉ. इकबाल सक्का ने बताया कि नीदरलैंड की कंपनी द्वारा बनाया विश्व के सबसे बड़े चश्मे के विपरीत उन्होंने लाखों गुना छोटे दो गांधी चश्मे बनाए हैं।
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कलाकृतियों का वजन 0. 010 मिलीग्राम
वहीं, खड़ाऊ, नाव व चप्पू सोने से बनी इन कलाकृतियों को विश्व की सबसे छोटी कलाकृतियां होने का गिनीज बुक में दावा पेश करेंगे। गांधी चश्मे में सफेद कांच की कटिंग करके लेंस भी बनाकर लगाए हैं, जिसको सूक्ष्मदर्शी लेंस से देखा जा सकता है। डॉ. सक्का ने बताया कि गांधी चश्मा, खड़ाऊ नाव व चप्पू को बनाने में 7 दिन का समय लगा। मात्र एक-एक मिलीमीटर साइज की शक्कर के दाने से भी छोटी इन कलाकृतियों का वजन 0. 010 मिलीग्राम आ रहा है यानी वजन भी नहीं आ रहा है। वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोरबंदर गुजरात में बने संग्रहालय में एक छोटा गांधी चश्मा, खड़ाऊ, नाव व चप्पू भेंट करेंगे। इसके लिए महात्मा गांधी संग्रहालय पोरबंदर की कमेटी को पत्र लिखा है। वहीं, दूसरा चश्मा स्वच्छ भारत अभियान की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करेंगे। इसके लिए डॉ. इक़बाल ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है।