कमोल भील बस्ती में शुक्रवार तड़के तीन बजे बाड़े में बंधे पशु पर पैंथर ने हमला कर दिया। आवाज होने पर जागे पशु मालिक देवाराम गमेती (55) पर भी पैंथर ने हमला बोल दिया। देवाराम ने पैंथर से बचाव के लिए हाथ आगे किए तो पैंथर ने हाथों को नोच लिया। शोर सुनकर परिजन व ग्रामीण आए तो पैंथर गांव की ओर भागा। गांव में किसी अन्य पर हमला न कर दे, इस आशंका में ग्रामीणों ने घेरा डाल पैंथर को कुल्हाड़ी से वार कर मार डाला। सूचना पर सायरा थानाधिकारी प्रवीण सिंह जुगतावत मौके पहुंचे और विभाग को सूचना दी। वनकर्मियों ने पैंथर का पोस्टमार्टम करवाकर दाह संस्कार कर दिया। क्षेत्रीय वन अधिकारी सुनील चौधरी ने बताया कि 4 वर्ष की मादा पैंथर की मौत हुई है। मामले की जांच कर रहे हैं। वहीं पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश शर्मा ने बताया कि पैंथर की मौत सिर व जबड़े पर वार करने से हुई है। गोगुंदा के बाद बाद अब सायरा इलाके में पैंथर के अटैक बढ़ रहे हैं। कमोल गांव से करीब 10 किमी दूर ढोल गांव में एक दिन पहले पैंथर ने एक ग्रामीण पर हमले का प्रयास किया था। वहीं 9 अक्टूबर को ढोल गांव के सरदारपुरा में गाय का शिकार किया, पदराडा में पूर्व सरपंच हरिसिंह के बाड़े में बंधे बछड़ों पर हमला कर मार डाला। वहीं, 4 अक्टूबर 2024 को भी ढोल गांव के कालू सिंह और वाटों का गुड़ा की चपली बाई पर पैंथर ने हमले का प्रयास किया था। लगातार हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।